काले धन पर सदन में चर्चा जारी, शरद यादव ने कहा, देश में काले धन की फूटी कौड़ी भी नहीं आने वाली

नयी दिल्ली : संसद के दोनों सदनों में काले धन को लेकर बहस जारी है. कल टीएमसी सांसदों के सदन में हंगामें के बाद सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राजी हुई थी. कांग्रेस सांसद मलिकार्जुन खड़गे ने सदन में कहा कि नरेंद्र मोदी ने जनता को झूठा सपना दिखाया है. जनता के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2014 9:47 AM

नयी दिल्ली : संसद के दोनों सदनों में काले धन को लेकर बहस जारी है. कल टीएमसी सांसदों के सदन में हंगामें के बाद सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राजी हुई थी. कांग्रेस सांसद मलिकार्जुन खड़गे ने सदन में कहा कि नरेंद्र मोदी ने जनता को झूठा सपना दिखाया है. जनता के बीच भ्रम की स्थिति पैदा की है. मोदी झूठे वादे करने पर जनता से माफी मांगे.

काला धन लाने में सरकार फेल रही है. सरकार ने 15 लाख देने का वादा किया था लेकिन अभी तक इसपर कुछ ठोस निकलकर सामने नहीं आ सका है.सपा सांसद रामगोपाल यादव ने राज्यसभा में कहा कि जनता से किया वादा सरकार निभाये. दोनों सरकारों ने इस मामले पर अलग-अलग आंकड़े दिए हैं. काले धन वालों को सरकार दंडित करे. मोदी ने जनता को 15 लाख देने का वादा किया था. उतना नहीं दे सकते तो कम से कम 15 हजार ही जनता को मुहैया कराये सरकार.

जदयू सांसद शरद यादव ने राज्यसभा में कहा कि अब चुनाव लड़ना लोहे के चने चबाने जैसा हो गया है. काला धन का उपयोग लोग चुनाव में वोट खरीदने के लिए कर रहे हैं. अब हम जैसे लोग सदन में नहीं दिखेंगे. कांग्रेस और भाजपा दोनों एक दूसरे को काले धन पर कोसने का काम करते हैं. मैं जानता हूं कि देश में काले धन की एक फूटी कौड़ी नहीं आएगी. सरकार को यह मुद्दा छोड़कर बेरोजगारों को रोजगार देने का काम करना चाहिए.कॉर्पोरेट से कर्ज वसूले जायें. एनपीए क्यों नहीं वसूल रहे हैं.

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा काला धन वापस लाने में पिछली सरकार नाकाम रही थी. इसका फयदा बीजेपी ने उठाया. इस सरकार की नियत में भी खोट नजर आ रही है. केवल एसआइअी के गठन से कुछ नहीं होने वाला है. सरकार कह र‍ही है कि उसे नहीं मालूम कि विदेश में कितना धन है तो लोकसभा चुनाव में उसने जनता से काला धन वापस लाकर गरीबों के बीच बांटने का वादा क्यों किया.

बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष को इस मामले पर जवाब देते हुए कहा कि सत्ता में आते ही हमने एसआइटी का गठन किया.

इससे पहलेमुंबई आतंकवादी हमले की बरसी पर संसद ने आज विश्व में आतंकवाद के सभी रुपों का उन्मूलन करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहरायी.लोकसभा में सुबह सदन की बैठक शुरु होने पर अध्यक्ष सुमित्र महाजन और राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने मुंबई हमलों की छठी बरसी का जिक्र किया और कहा कि इस जघन्य आतंकवादी हमले की आज छठी बरसी है जिसमें कई भारतीय और विदेशी नागरिकों की जान गयी थी और कई अन्य घायल हुए थे.

अध्यक्ष महाजन ने कहा कि इस अमानवीय आतंकवादी हमले के एक वर्ष बाद नवंबर 2009 में इसी दिन सभा ने आतंकवादी ताकतों का एकजुट होकर मुकाबला करने और उन्हें पराजित करने का संकल्प लिया था.महाजन ने कहा, ‘‘यह सभा अपने उन बहादुर सुरक्षाकर्मियों की सराहना करती है जिन्होंने आतंकवादियों को पराजित करने में असाधारण साहस का प्रदर्शन किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आज हम पूरे विश्व में आतंकवाद के सभी रुपों का उन्मूलन करने की दिशा में काम करने की अपनी शपथ और वचनबद्धता को दोहराते हैं.’’ उधर राज्यसभा में सभापित हामिद अंसारी ने कहा कि इस भीषण आतंकवादी हमले से निपटने के दौरान लोगों की जानमाल की हिफाजत के लिए सुरक्षाकर्मियों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया.

उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी हमले में कई निर्दोष लोगों की जान गयी. अंसारी ने कहा कि इस हमले के बावजूद आतंकवाद से दृढता से मुकाबला करने की हमारी प्रतिबद्धता कमजेार नहीं हुयी है और हम इसे फिर से दोहराते हैं. दोनों सदनों में सदस्यों ने इस घटना में मारे गए लोगों के सम्मान में कुछ क्षणों का मौन रखा और उन्हें श्रद्धांजिल दी.

दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना (संशोधन) विधेयक 2014 को आज लोकसभा में मंजूरी दे दी गई है.. इससे पहले विपक्षी सदस्यों द्वारा काले धन के मुद्दे को लेकर कल लोकसभा में किए गए हंगामे से अध्‍यक्ष सुमित्र महाजन आज नाराज दिखीं. उन्होंने हंगामा कर रहे सांसदों को चेतावनी के लहजे में कार्रवाई करने के संकेत दिए. महाजन ने कहा कि सदन के नियम आप लोगों के बनाए हुए हैं.

ये सदन आपका अपना है. इसके कुछ तो मायने रखिए. उन्होंने कहा कि अब तो विरोध जताने के लिए सदस्य अनुचित तरीकों और व्यंगात्मक टिप्पणी के साथ ही अमर्यादित भाषा का भी इस्तेमाल करने लगे हैं. उन्होंने सदस्यों को परोक्ष चेतावनी देते हुए एक कहानी का संदर्भ दिया और कहा कि डांटने ,फटकारने और दुत्कारने वाली मां बच्चों को अच्छी नहीं लगती है लेकिन समय पर यदि नहीं डांटा जाए तो ऐसे बच्चे बाद में मां का ही कान काटते हैं और कहते हैं कि मां आपने पहले क्यों नहीं समझाया था.

काले धन के मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने कांग्रेस के कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस को नामंजूर कर दिया है. हैदराबाद हवाई अड्डे का नाम बदले जाने के मुद्दे पर कांग्रेस सदस्यों के भारी हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दोपहर करीब 12.05 मिनट पर साढे बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.

विदेशों में जमा काले धन के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने के कांग्रेस के कार्य स्थगन प्रस्ताव के नोटिस को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने आज नियमों के विरुद्ध बताते हुए खारिज कर दिया. सुबह बैठक शुरु होने पर सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार ने चुनाव से पहले और चुनाव के बाद भी कई मौकों पर काले धन को विदेशी बैंकों से वापस लाने और जनता के बीच उस धन को बांटने का वादा किया था.

अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने सदन को सूचित किया कि उन्हें काले धन पर चर्चा के संबंध में खडगे, वीरप्पा मोइली, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ, के सी वेणुगोपाल और एन के प्रेमचंद्रन के कार्य स्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं लेकिन लोकसभा की कार्यवाही के संचालन संबंधी नियम 56 के तहत यह विषय कार्य स्थगित कर चर्चा कराने के मापदंडों के तहत नहीं आता.

महाजन ने कहा कि वह कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस स्वीकार नहीं कर सकती हैं. इससे पूर्व खडगे ने सरकार से इस वादे के संबंध में जानना चाहा कि अभी तक ऐसा कितना काला धन विदेशों से लाया गया है और किस किस का है यह सब देश की जनता जानना चाहती है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जानकारी नहीं देना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए वादे का उल्लंघन है. आज की कार्यसूची में काले धन के मुद्दे पर नियम 193 के तहत चर्चा कराए जाने की व्यवस्था का जिक्र करते हुए तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने भी कहा कि सरकार ‘‘काली रात में काले धन पर चर्चा कराना चाहती है. जरुर इसमें दाल में कुछ काला है. ’’उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा करायी जाए.

संसदीय मामलों के मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार कल ही स्पष्ट कर चुकी है कि वह इस मसले पर चर्चा को तैयार है. उन्होंने कहा कि राजग सरकार कुछ भी छुपा नहीं रही है.उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘छुपाने के लिए कुछ नहीं है हमारे पास. हमारे जमाने में कुछ नहीं हुआ जो कुछ भी हुआ वह आपके ( कांग्रेस) के जमाने में हुआ है.’’ कांग्रेस सदस्य ज्योतिरादित्य ने इसे गंभीर विषय बताते हुए अध्यक्ष से इस पर प्रश्नकाल के बाद चर्चा कराने की अपील की. अध्यक्ष ने इन सभी की बात सुनने के बाद कार्य स्थगन प्रस्ताव के नोटिस को नामंजूर कर दिया.

गौरतलब है कि विदेशों में जमा भारतीयों के काले धन को वापस लाने की मांग को लेकर लगभग समूचे विपक्ष ने कल लोकसभा में जबरदस्त हंगामा किया था जिसके कारण सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई थी. कल तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, राजद , सपा , जदयू और आप के सदस्यों आसन के समक्ष आकर ‘‘काला धन वापस लाओ’’ के नारे लगाए थे और तृणमूल के कुछ सदस्य छतरियां खोल कर आसन के समक्ष आ गए थे जिन पर लिखा था ‘‘ काला धन वापस लाओ’’.

विपक्ष ने कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस संबंध में जवाब की मांग थी. उनका इशारा लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी द्वारा सत्ता में आने पर सौ दिन के भीतर काला धन वापस लाने के संबंध में किए गए वादे की तरफ था. संसदीय मामलों के राज्य मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने कल कहा था कि सरकार काले धन पर चर्चा कराने के लिए पूरी तरह तैयार है.

Next Article

Exit mobile version