PM Modi Full Speech: 2022 ने तय कर दिये 2024 के नतीजे, भारत में परिवारवादी राजनीति का होगा सूर्यास्त

PM Modi Full Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों को जमकर फटकार लगायी. देश की चुनौतियों चुनौतियों से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के नतीजे बता रहे हैं कि एक दिन आयेगा, जब भारत में परिवारवादी राजनीति का सूर्यास्त होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2022 7:35 AM
an image

PM Modi Full Speech: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिली प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने विपक्षी दलों को जमकर फटकार लगायी. देश की चुनौतियों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के नतीजे (Uttar Pradesh Election Results 2022) बता रहे हैं कि एक दिन आयेगा, जब भारत में परिवारवादी राजनीति का सूर्यास्त होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्साह, उत्सव का दिन है. ये उत्सव भारत के लोकतंत्र के लिए है. मैं इन चुनावों में हिस्सा लेने वाले सभी मतदाताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. उनके निर्णय के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं. विशेष रूप से हमारी माताओं-बहनों ने, युवाओं ने जिस प्रकार भारतीय जनता पार्टी को भरपूर समर्थन दिया है, वह अपने आप में बहुत बड़ा संदेश है.

मुझे इस बात का भी संतोष है कि फर्स्ट टाइम वोटर्स ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया. उन्होंने भाजपा की जीत पक्की की. पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मुझसे वादा किया था कि इस बार होली 10 मार्च से ही शुरू हो जायेगी. उन्होंने कहा कि हमारे कर्मठ कार्यकर्ताओं ने ये विजय ध्वज फहराकर इस वायदे को पूरा करके दिखाया है. मैं सभी कार्यकर्ताओं की भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं. इन्होंने दिन-रात देखे बिना इन चुनावों में कड़ी मेहनत की. हमारे कार्यकर्ता जनता-जनार्दन का दिल जीतने में, उनका विश्वास जीतने में सफल रहे.

Also Read: चुनावों में भाजपा की सफलता गांव, गरीब, किसान की प्रधानमंत्री की नीतियों पर अडिग विश्वास की जीत: शाह
मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का यह पहला उदाहरण

पीएम मोदी ने कहा कि पूरे पार्टी का नेतृत्व जिन्होंने किया, कार्यकर्ताओं को जिन्होंने मार्गदर्शन किया, ऐसे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का भी अभिनंदन किया और उन्हें जीत की बधाई दी. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी स्तर के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से ही आज एनडीए के लिए जीत का चौका लगाना संभव हो पाया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिये. लेकिन, 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले किसी मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का यह पहला उदाहरण है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 37 साल बाद कोई सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में आयी है. उन्होंने कहा कि तीन राज्य उत्तर प्रदेश, गोवा और मणिपुर में सरकार में होने के बावजूद बीजेपी के वोट शेयर में वृद्धि हुई है. गोवा में सारे एग्जिट पोल गलत साबित हुए. वहां की जनता ने तीसरी बार सेवा करने का अवसर बीजेपी को दिया है. 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद भी राज्य में बीजेपी की सीटों की संख्या बढ़ी है.

उत्तराखंड में भी बीजेपी ने इतिहास रचा

पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में भी बीजेपी ने नया इतिहास रचा है. कहा कि राज्य में पहली बार कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आयी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमा से सटा एक पहाड़ी राज्य, एक समुद्रतटीय राज्य और एक मां गंगा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त राज्य और पूर्वोत्तर की सीमा पर एक राज्य में जीत मिली है. यानी भाजपा को चारों दिशाओं से आशीर्वाद मिला है. इन राज्यों की चुनौतियां भिन्न हैं. सबके विकास की यात्रा का मार्ग भिन्न है. लेकिन, सबको जो बात एक सूत्र में पिरो रही है, वो है, भाजपा पर विश्वास. भाजपा की नीति, भाजपा की नीयत और भाजपा के निर्णयों पर अपार विश्वास.

गरीबों तक योजना पहुंचाने का संकल्प

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये चुनाव नतीजे भाजपा की प्रो-पूअर, प्रो-एक्टिव गवर्नेंस पर एक तरह से बड़ी मजबूत मुहर लगाते हैं. पहले जनता अपने ही हक के लिए सरकार के दरवाजे खटखटा कर थक जाती थी. बिजली, पानी, गैस, टेलीफोन बहुत बुनियादी सुविधाओं के लिए सामान्य जरूरतों के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे. पैसे देने पड़ते थे. कुछ साधन संपन्न लोगों तक सुविधा पहुंचने के रास्ते अलग थे. सुविधा पहुंच जाती थी.

उन्होंने कहा कि देश में गरीबों के नाम पर घोषणाएं बहुत हुईं हैं. योजनाएं भी बहुत बनी, लेकिन उस योजना का जो हकदार था, जिस गरीब का उस पर हक था, उसको ये हक मिले, बिना किसी परेशानी के मिले, उसके लिए गुड गवर्नेंस, डिलीवरी का बड़ा महत्व होता है. लेकिन भाजपा इस बात को समझती है और मैं लंबे अरसे तक मुख्यमंत्री के नाते काम करके आया हूं. इसलिए मुझे पता है कि आखिरी इंसान की सुविधा के लिए कितनी मेहनत करनी चाहिए.

गवर्नेंस डिलीवरी सिस्टम को बेहतर किया

मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में हमने गवर्नेंस डिलीवरी सिस्टम को बेहतर किया है. साथ ही पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता भी लायी है. भाजपा गरीब को भरोसा देती है कि प्रत्येक गरीब तक सरकार की सुविधाएं जरूर पहुंचेगी. और मैं गरीब के घर तक उसका हक पहुंचाये बिना चैन से बैठने वाला इंसान नहीं हूं. पीएम मोदी ने कहा कि दो दशक से भी ज्यादा समय तक सेवा करने का मुझे सौभाग्य मिला है. सरकार में कितनी दिक्कतें होती हैं, गवर्नेंस में कितनी दिक्कतें होती हैं, उसको भलीभांति जानता हूं. उसके बावजूद मैंने एक ऐसी हिम्मत की है कि शायद कोई न कर पाये.

पीएम मोदी ने कहा कि वो हिम्मत मैंने लाल किले से 15 अगस्त को मेरे भाषण में व्यक्त करके किया था. मैंने कहा था कि भाजपा को जहां-जहां सेवा करने का मौका मिलेगा, हम हर योजना को उसके हकदार तक पहुंचायेंगे. हम शत प्रतिशत काम को पूरा करेंगे. हर गरीब के घर तक सरकारी योजना का लाभ पहुंचायेंगे. उन्होंने कहा कि जब ईमानदारी होती है, नीयत साफ होती है, गरीबों के प्रति करुणा होती है, देश का कल्याण ही जीवन का मंत्र होता है, तो ऐसे निर्णय करने की ताकत पैदा होती है.

उन्होंने कहा कि हमने वादा किया था कि हम हर गरीब तक पहुंचेंगे. शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचेंगे. आज मैं देश की महिलाओं, हमारी बहन-बेटियों को विशेष रूप से नमन करता हूं. ये हमारा सौभाग्य है कि भाजपा को बहनों-बेटियों-माताओं ने इतना स्नेह दिया है, इतना आशीर्वाद दिया है. जहां-जहां महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले ज्यादा वोट दिया है, हां बीजेपी को बंपर जीत मिली है. कहा कि एक तरह से हमारी स्त्री शक्ति भाजपा की जीत की सारथी बनी हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि मैं जब गुजरात में था, तो कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती थी कि लोग चिंता करते थे. मोदी जी आपकी सुरक्षा का क्या? अपने आपको क्यों संभालते नहीं. मैं एक ही जवाब देता था- कोटि-कोटि माताओं का, स्त्री शक्ति का मुझे सुरक्षा कवच मिला हुआ है. महिलाओं को भाजपा पर विश्वास है. उन्हें विश्वास है कि भाजपा सरकार उनकी छोटी से छोटी जरूरतों को भी ध्यान में रखती है.

ज्ञानियों को पीएम मोदी ने दी नसीहत

मैं सभी ज्ञानियों से कहता हूंकि देश की भलाई के लिए अब पुराने घिसे-पिटे रिकॉर्ड छोड़कर नये सिरे से सोचना शुरू कर दें. इस देश के लिए बड़े दुख की बात है कि ये ज्ञानी लोग यूपी की जनता को सिर्फ और सिर्फ जातिवाद के तराजू से तौलते थे. जातिवाद की दृष्टि से देखते थे. मैं समझता हूं कि उत्तर प्रदेश के नागरिकों को जातिवाद के बंधन में बांधकर उन जातियों, नागरिकों और उत्तर प्रदेश का अपमान करते थे.

पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग यह कहकर उत्तर प्रदेश को बदनाम करते हैं कि यहां के चुनाव में तो जाति ही चलती है. लेकिन, उत्तर प्रदेश के लोगों ने दिखा दिया है कि वर्ष 2014 के चुनाव के नतीजे देखें. 2017 और 2019 के चुनाव नतीजे देखें. 2022 में भी देख रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने सिर्फ विकासवाद की राजनीति को ही चुना है.

उन्होंने कहा कि यूपी के लोगों ने इन लोगोंको सबक दिया है. यह सबक उन्हें सीखना होगा. यूपी के गरीब से गरीब व्यक्ति ने, जो पढ़ा लिखा हो या अनपढ़ हो, सभी ने सबक दिया है कि जाति की गरिमा, जाति का मान देश को जोड़ने के लिए होना चाहिए, देश को तोड़ने के लिए नहीं होना चाहिए. और उन्होंने यह करके दिखाया है. चार-चार चुनावों में यह करके दिखाया है.

पंजाब में भाजपा को मजबूत करेंगे भाजपा कार्यकर्ता

पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं यह भी कहूंगा कि वर्ष 2019 के चुनाव नतीजों के बाद कुछ राजनीतिक पंडितों ने कहा था कि इस जीत में क्या है. यह तो 2017 में ही तय हो गयी थी, क्योंकि तब यूपी का रिजल्ट आया था. मैं मानता हूं कि इस बार भी ये ज्ञानी जरूर कहने की हिम्मत करेंगे कि 2022 के नतीजों ने 2024 के नतीजे तय कर दिये हैं. उन्होंने कहा कि मैं आज पंजाब के भाजपा कार्यकर्ताओं की भी विशेष प्रशंसा करूंगा. उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जिस प्रकार पार्टी का झंडा बुलंद किया है, वह आने वाले समय में पंजाब में भाजपा की मजबूती को देश की मजबूती देंगे.


पंजाब में शक्ति के रूप में उभर रही भाजपा

उन्होंने कहा कि पंजाब में भाजपा एक शक्ति के रूप में उभर रही है. मैं अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं. सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब को अलगाववादी राजनीति से सतर्क रखना भाजपा का कार्यकर्ता जान की बाजी लगाकर भी करता रहेगा. उन्होंने कहा कि आने वाले पांच सालों में भाजपा का हर कार्यकर्ता अपने दायित्वों को जोर-शोर से वहां निभाने वाला है. मैं ये विश्वास पंजाब की जनता को देना चाहता हूं.

कोरोना संकट के बाद युद्ध ने बढ़ायी विश्व की चिंता

पीएम ने कहा कि ये चुनाव ऐसे समय में हुए, जब दुनिया 100 साल की सबसी बड़ी त्रासदी से लड़ रही थी. पूरी मानव जाति, पूरे विश्व ने 100 साल में ऐसी मुसीबत नहीं देखी. अब युद्ध ने विश्व की चिंता बढ़ा दी है. इन परिस्थितियों में दुनिया भर की सप्लाई चेन छिन्न-भिन्न हो गयी है. दो साल से सप्लाई चेन पर बहुत ही विपरीत प्रभाव पड़ा है. युद्ध ने इस आग में घी का काम किया. इन चुनौतियों से निपटने के लिए भारत ने जो कदम उठाये, आर्थिक स्तर पर जो फैसले लिये, गरीब कल्याण के जो फैसले लिये, उन सभी ने भारत को संभलकर आगे बढ़ने में बहुत मदद की.

जमीन से जुड़ी नीतियों ने भारत को सुरक्षित रखा

उन्होंने कहा कि भारत बच पाया है, क्योंकि हमारी नीतियां जमीन से जुड़ी रहीं. हमारे प्रयास निष्ठा और नीयत की पटरी पर अविरल आगे बढ़ते रहे. जहां-जहां डबल इंजन की सरकार रही, वहां जनता के हितों की डबल सुरक्षा हुई. विकास के कार्यों की गति भी तेज हुई. उन्होंने कहा कि इस समय जो युद्ध चल रहा है, उसका प्रभाव प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से दुनिया के हर देश पर पड़ रहा है. भारत शांति के पक्ष में है. बातचीत से हर समस्या को सुलझाने के पक्ष में है. लेकिन, जो देश सीधे जंग लड़ रहे हैं, भारत का उनसे आर्थिक दृष्टि से, सुरक्षा की दृष्टि से, शिक्षा की दृष्टि से, राजनीतिक दृष्टि से नाता है.

युद्ध के कारण बढ़ रही महंगाई

भारत की बहुत सारी जरूरतें इन देशों से जुड़ी हुई हैं. भारत बाहर से जो कच्चा तेल मंगाता है, पाम ऑयल मंगाता है, सनफ्लावर ऑयल मंगाता है, उसकी कीमत भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत तेजी से बढ़ रही है. कोयला हो, गैस हो, फर्टिलाइजर सभी की कीमतों में पूरी दुनिया में कल्पना से अधिक उछाल आ रहा है. युद्ध के कारण पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ रही है. विकासशील देशों को विशेष महंगाई का सामना करना पड़ रहा है. इन कठिनाइयों के बीच इस बजट पर नजर डालेंगे, तो विश्वास पैदा होता है कि देश आत्मनिर्भर भारत के अभियान पर आगे बढ़ रहा है.

उन्होंने कहा कि इस भावना को इस बार के बजट से और ऊर्जा मिली है. मैं मानता हूं कि दुनिया भर के उथलपुथल भरे माहौल में, अनिश्चितता से भरे माहौल में भारत की जनता ने विशेषकर यूपी जैसे राज्यों ने ्पनी दूरदृष्टि का परिचय दिया है. भारत के वोटरों ने जिस तरह इन चुनावों में स्थिर सरकारों के लिए वोट दिया है, वह इस बात का प्रतिबिम्ब है कि लोकतंत्र भारतीयों की रगों में है. लेकिन, आज इस अवसर पर मैं देश के सामने अपनी कुछ चिंताएं भी रखना चाहता हूं.

पीएम की चिंताएं

देश का नागरिक तो बहुत जिम्मेदारी के साथ देशहित में अपना काम कर रहा है. जब भी उसको अवसर मिलता है, जिम्मेदारी से पेश आता है. देश का सामान्य नागरिक राष्ट्र निर्माण में जुटा है, लेकिन हमारे यहां कुछ लोग लगातार राजनीति का स्तर गिराते जा रहे हैं. कोरोना के इस समय में भी हमने देखा है कि इन लोगों ने देशवासियों को गुमराह करने की लगातार कोशिश की. वैक्सीनेशन के हमारे प्रयासों की दुनिया प्रशंसा कर रही है, लेकिन इस पवित्र कार्य पर भारत की वैक्सीन पर भी सवाल उठाये गये.

दुर्भाग्य की बात है कि यूक्रेन में जब हजारों भारतीय विद्यार्थी, हमारे छात्र, नागरिक फंसे थे, तब भी देश का मनोबल तोड़ने की बातें हो रहीं थीं. जो वहां फंसे थे, उनके परिवारों की चिंता बढ़ाने का काम हो रहा था. ये लोग उन बच्चों में असुरक्षा की भावना बढ़ा रहे थे. यहां उनके परिवार वालों की चिंता बढ़ा रहे थे. इतना ही नहीं, इन लोगों ने ऑपरेशन गंगा को भी प्रदेशवार की बेड़ियों में बांधने की कोशिश की.

भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए बहुत बड़ी चिंता

पीएम ने कहा कि हर योजना, हर कार्य को क्षेत्रवाद, प्रदेशवाद, जातिवाद, संप्रदायवाद का रंग देने का प्रयास भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है. कहा कि इन चुनावों में मैंने लगातार विकास की बात की. गरीबोंको घर, गरीबों को राशन, वैक्सीन आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, भाजपा का विजन लोगों के सामने रखा. साथ ही जिस एक बात पर मैंने सबसे ज्यादा चिंता जतायी थी, वो थी घोर परिवारवाद. मैंने राज्यों के लोगों को बताया कि कैसे मैं कसी परिवार के खिलाफ नहीं हूं.न ही किसी व्यक्ति से मेरी दुश्मनी है. मैं लोकतंत्र की चिंता करता हूं.

मैं सभी ज्ञानियों से कहता हूं कि जरा लोकतंत्र के तराजू पर इसे तौल कर देखो. मैंने लोगों को बताया कि कैसे परिवारवादी राजनीति ने उनके राज्य का कितना नुकसान किया है. राज्य को पीछे ले जा रहा है. मुझे खुशी है कि मतदाताओं ने इस बात को समझते हुए भी इस चुनाव में अपना वोट दिया है. लोकतंत्र की ताकत को मजबूत किया है. उन्होंने कहा कि ये लगातार बहस बहुत जरूरी है. भारत जैसे लोकतंत्र में और देश को जिस ऊंचाई पर ले जाना है, उसको ध्यान में रखते हुए, मैं जिन मुद्दों को उठा रहा हूं. उसको निरपेक्ष भाव से बहस होना जरूरी है. भारत में परिवारवादी राजनीति का ये मेरे शब्द लिखकर रखिए. एक न एक दिन ऐसा आयेगा जब भारत में परिवारवादी राजनीति का सूर्यास्त इस देश के नागरिक करके रहेंगे.

पीएम ने कहा कि इस चुनाव में देश के मतदाताओं ने अपनी सूझ-बूझ का परिचय देते हुए ये क्या होने वाला है, इसका इशारा कर दिया है. उन्होंने कहा कि आज एक और विषय मैं देश के लोगों के सामने रखना चाहता हूं. भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई को रोकने की साजिश. आप मुझे बताएं कि क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए कि नहीं. भ्रष्टाचार रूपी दीमक को देश से मिटाना चाहिए कि नहीं. उन्होंने कहा कि हमारे देश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लोगों में भयंकर नफरत का भाव रहता है.

देश की गाढ़ी कमाई लूटकर अपनी तिजोरी भरने की प्रवृत्ति कुछ लोगों में घर कर गयी है. भाजपा 2014 में ईमानदार सरकार देने का वादा करके चुनाव जीती थी. हमारी ईमादनारी पर विश्वास करके लोगों ने 2019 में फिर से हमें जिम्मेदारी दी. देश हमसे अपेक्षा करता है कि भ्रष्टाचारियों को सजा दिलावाये. उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.

स्वतंत्र संस्थाओं पर भ्रष्टाचारी उठा रहे सवाल

पीएम ने कहा कि आज हम देख रहे हैं कि जो निष्पक्ष संस्थाएं हैं, जो पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, वे अगर भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, तो ये लोग, उनका पूरा इको सिस्टम भ्रष्टाचारियों की रक्षा के लिए उन संस्थाओं को बदनाम करने के लिए मैदान में आ गये हैं. ये देश का कितना बड़ा दुर्भाग्य है कि घोटालों से घिरे लोग एकजुट होकर अब अपनी इकोसिस्टम की मदद से इन संस्थाओं पर ही दबाव बनाने लगे हैं. जांच एजेंसियों को रोकने के लिए ये लोग अपने इकोसिस्टम के साथ मिलकर नये-नये तरीके खोजते हैं. इनलोगों को देश की न्यायपालिका पर भी भरोसा नहीं है.

भ्रष्टाचार पर कार्रवाई को दे रहे जाति और धर्म का रंग

पीएम ने कहा कि पहले हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार करो. फिर जांच भी न होने दो. जांच करे, तो उस पर दबाव बनाओ. यही इन लोगों की प्रवृत्ति है. देश के लोगों को एक और बात पर ध्यान दिलाना चाहता हूं. ये लोग किसी भ्रष्टाचारी पर कार्रवाई होते ही उसे जाति, प्रदेश, धर्म का रंग देने लगते हैं. ये नये तौर तरीके शुरू हुए हैं. किसी माफिया के खिलाफ अदालत कोई फैसला सुना देती है,तो उसे लोग जाति और धर्म से जोड़ देते हैं. ऐसे में भारत के सभी संप्रदायों, जातियों से मैं आग्रह करता हूं कि ऐसे माफिया, भ्रष्टाचारियों को अपने समाज, संप्रदाय, जाति से दूर करने की हिम्मत करें. इससे समाज, संप्रदाय दोनों मजबूत होंगे. हर व्यक्ति का भला होगा.

उन्होंने कहा कि यूपी में हमारी विजय का एक कारण यह भी है कि वहां के लोगों ने कई दशकों से ऐसी राजनीति का बहुत नुकसान सहा है. मैं वाराणसी का सांसद होने के नाते यूपी के लोगों के प्यार और आशीर्वाद ने मुझे भी यूपी वाला बना दिया. मेरे अनुभव से कह सकता हूं कि यूपी के लोग ये बात समझ चुके हैं कि जाति को बदनाम करने वालों से, संप्रदाय को बदनाम करने वालों से अब दूर रहना है. राज्य के विकास को ही सर्वोच्च प्राथमिकता देनी है.

आत्मनिर्भर भारत के मिशन को तेज करेंगे

पीएम ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष को देखते हुए भी इन चुनाव परिणामों का बहुत महत्व है. कहा कि भारत आजादीके अमृतकाल में प्रवेश कर रहा है. ये चुनाव परिणाम आने वाले 25 वर्षों के हमारे राष्ट्रीय संकल्पों के प्रति देश के मिजाज को प्रतिबिंबित करते हैं. यहां से हम दो पटरियों पर एक साथ तेजीसे काम करने वाले हैं. एक तरफ गांव, गरीब, छोटे किसान, लघु उद्यमी के कल्याण पर हमारा जोर है. वहीं, दूसरी तरफ, देश के संसाधनों, देश की युवा शक्ति को नये अवसर देकर हम आत्मनिर्भरता के मिशन को तेज करना चाहते हैं.

युवा शक्ति को बल देने की पीएम ने कही बात

पीएम ने कहा कि भारत का युवा आज अपने हुनर से, अपनी बुद्धि के बल और क्षमता के उद्योग से दुनिया को समाधान दे रहा है. दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेज टीकाकरण अभियान आज के भारत के सामर्थ्य का बड़ा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि आज भारत डिजिटल पेमेंट सिस्टम में आत्मनिर्भर हो रहा है. स्टार्टअप के क्षे में अपना सामर्थ्य बड़ा रहा है. तकनीक के क्षेत्र में नयी-नयी उपलब्धियां हासिल कर रहा है. ये सब हो रहा है, उसकी युवा शक्ति के कारण.

पीएम ने कहा कि भारत में शिक्षा का स्तर उच्च कोटिका हो. जो देश और दुनिया की जरूरतों को पूरा करने वाली वर्क फोर्स का निर्माण हो. मुझे विश्वास है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए हम अपने-अपने राज्यों को नयी ऊंचाई पर लेकर जायेंगे. जब देश के हर राज्य का विकास होगा, तो देश का भी विकास होगा. गुजरात में भी मेरा यही मंत्र था- भारत के विकास के लिए गुजरात का विकास.

चुनौतियों से बड़े संकल्प

उन्होंने कहा कि हमें जुट जाना है. एक पल भी गंवाना नहीं. चुनौतियां कितनी ही कठिन क्यों न हों, लेकिन जीतने का संकल्प उससे भी बड़ा होता है. कहा कि बड़े संकल्पों के साथ, बड़े सपनों के साथ ऊंची से ऊंची मंजिल को हासिल करके देश को आगे बढ़ाना है. कहा कि ये भव्य विजय भारत के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है. आपने जो निर्णायक मतदान किया है, उसके लिए वोटर अभिनंदन के अधिकारी हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

Exit mobile version