अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जारबोम गामलिन नही रहे
गुडगांव (इटानगर) : अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जारबोम गामलिन का आज निधन हो गया. वे गुडगांव के एक अस्पताल में भर्ती थे. 53 साल के गामलिन लीवर थ्रोम्बोसिस से ग्रसित थे. उनके परिवार में पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा है. परिवार ने बताया कि उनके शव को विमान से मंगलवार को अरुणाचल के […]
गुडगांव (इटानगर) : अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जारबोम गामलिन का आज निधन हो गया. वे गुडगांव के एक अस्पताल में भर्ती थे. 53 साल के गामलिन लीवर थ्रोम्बोसिस से ग्रसित थे.
उनके परिवार में पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा है. परिवार ने बताया कि उनके शव को विमान से मंगलवार को अरुणाचल के पश्चिम सिआंग जिले में आलो ले जाया जाएगा.
आलो में 16 अप्रैल 1961 को जन्मे गामलिन ने असम के गोलपाडा में सैनिक स्कूल में पढाई की और दिल्ली में सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक किया. 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से उन्होंने कानून की डिग्री ली. बाद में उन्होंने डिब्रूगढ में वकालत की. वह 1981 से तीन साल के लिए ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन (एएपीएसयू) के अध्यक्ष रहे.
शुरुआत में गामलिन पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) से जुडे पर बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए. 1999-2004 के दौरान लोकसभा सदस्य रहे. 2004 में वह राज्य विधानसभा में निर्वाचित हुए और गेगोंग अपांग मंत्रिमंडल में गृह मंत्री बने. 2009 में दोरजी खांडू सरकार में वह बिजली मंत्री बने.
हेलिकॉप्टर हादसे में दोरजी खांडू की मौत के बाद पांच मई 2011 को गामलिन अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. मुख्यमंत्री के रुप में उनका छह महीने का सफर 31 अक्तूबर 2011 को खत्म हो गया जिसके बाद राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गयी. गामलिन इस साल भी विधानसभा के लिए चुने गए थे.