अपने ही स्टैंड से भाजपा का यू-टर्न, नेताजी के गायब होने की फाइलों को सरकार नहीं करेगी साझा
नयी दिल्ली : कांग्रेस के ही नक्शे कदम पर चलते हुए वर्तमान में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की रहस्यमय मौत के जुड़ी 39 फाइलों को सार्वजनिक करने से इन्कार कर दिया है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने ऐसा इसलिए किया है, ताकि दूसरों देशों के साथ […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस के ही नक्शे कदम पर चलते हुए वर्तमान में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की रहस्यमय मौत के जुड़ी 39 फाइलों को सार्वजनिक करने से इन्कार कर दिया है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने ऐसा इसलिए किया है, ताकि दूसरों देशों के साथ देश के संबंधों पर प्रतिकूल असर नहीं पड़े.
बता दें कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव के कैंपन के दौरान तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष और वर्तमान केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने नेताजी के जन्म स्थान कटक में रैली के दौरान यूपीए सरकार से सुभाष चंद्र बोस से संबंधित फाइलों को सार्वजानिक करने की मांग की थी.
चर्चित आरटीआइ कार्यकर्ता सुभाष चुंद्र अग्रवाल द्वारा 14 महीने पहले दायर किये गए आरटीआइ के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय ने नेताजी सेजुड़ीसभी 41 फाइलों को साझा करने से साफ इन्कार कर दिया है. सरकार ने बताया कि इन फाइलों को देश के हित में सूचना के अधिकार सेक्शन 8(1) (a) और 8(2) के तहत सार्वजानिक करने से छूट दी गयी है.
नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर इसी साल 22 जनवरी कोएक किताब का विमोचन करते हुएभीराजनाथ सिंह ने सुभाष चंद्र बोस के रहस्यमय रूप से गायब होनेकीफाइलों को सार्वजानिक करने की वकालत की थी लेकिन अब उन्हीं की सरकार ने आरटीआई के प्रावधानों का हवाला देते हुए और अन्य देशों से संबंधों को बनाए रखने के लिए इन्हें सार्वजानिक करने से इन्कार कर दिया है.