लोकसभा में उठा पूर्वोत्तर के खिलाफ भेदभाव का मुद्दा
नयी दिल्ली : लोकसभा में सदस्यों ने आज योजना आयोग और मनरेगा को कथितरूपसे खत्म करने, राजा महेंद्र प्रताप सिंह की अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में चेयर स्थापित करने और पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ भेदभाव रोकने के लिए नस्लभेदी कानून बनाने संबंधी विभिन्न मुद्दे उठाये. शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा […]
नयी दिल्ली : लोकसभा में सदस्यों ने आज योजना आयोग और मनरेगा को कथितरूपसे खत्म करने, राजा महेंद्र प्रताप सिंह की अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में चेयर स्थापित करने और पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ भेदभाव रोकने के लिए नस्लभेदी कानून बनाने संबंधी विभिन्न मुद्दे उठाये.
शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आजादी के बाद देश की बड़ी – बड़ी परियोजनाओं की परिकल्पना करने वाले योजना आयोग को नरेंद्र मोदी सरकार खत्म करने के संकेत दे रही है, जो नहीं किया जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि भारत के पेचीदा समाज में समाज के उत्थान के लिए योजना आयोग ने बहुत बडी भूमिका निभाई है. सरकार को चाहिए कि बदली परिस्थितियों के अनुरूप वह इसमें परिवर्तन करे लेकिन इसे पूरी तरह खत्म करने के बारे में नहीं सोचे.
बीजद के भर्तृहरि महताब ने कहा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में बढ-चढ़कर हिस्सा लेने के साथ ही सामाजिक और शैक्षणिक उत्थान में बडा योगदान दिया था. उन्होंने कहा कि राजा महेंद्र ने अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए बडे पैमाने पर भूमि दान की थी और इस विश्वविद्यालय को चाहिए कि वह उनके नाम पर एक चेयर स्थापित कर उनके कार्यों के लिए अनुसंधानों को बढावा दे. सरकार से उन्होंने मांग की कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह के स्वतंत्रता संग्राम और शैक्षणिक तथा सामाजिक कार्यों में उनके योगदान को याद करने के लिए आधिकारिक तौर पर उनके जन्मदिन को मनाने की घोषणा की जाए.