श्रीनगर/रांची : जम्मू कश्मीर और झारखंड में पांच चरणों में चल रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे दौरकामतदान शुरू होगयाहै. जम्मू कश्मीर में जहां 18 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं, वहीं झारखंड के माओवाद से प्रभावित सात जनजातीय जिलों में फैले 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है. इस दौर के मतदान में दो मुख्यमंत्रियों, सात राज्य मंत्रियों और एक पूर्व पृथकतावादी सहित बहुत से दिग्गजों की किस्मत दांव पर है.
पहले दौर में रिकार्ड मतदान वाले जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को आतंकवादी किसी तरह भी बाधित न करने पाएं इसके लिए कडे सुरक्षा उपाय किए गए हैं. शोपियां में कल रात एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. घाटी में दो और जम्मू क्षेत्र में तीन जिलों की 18 विधानसभा सीटों पर कल मतदान होगा, जिसके लिए 175 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें नेशनल कांफ्रेंस. कांग्रेस गठबंधन सरकार में शामिल एकमात्र महिला सकीना इत्तू शामिल हैं.
पहले दौर के मतदान में 25 नवंबर को जम्मू कश्मीर में 15 सीटों पर 71 प्रतिशत से अधिक रिकार्ड मतदान के बाद राज्य में उम्मीदवारों का उत्साह दुगुना हो गया और उन्होंने जमकर प्रचार किया. झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और मधु कोडा के अलावा तीन मंत्रियों सहित कुल 223 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 35 महिलाएं हैं. 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा की जिन 20 सीटों पर कल मतदान होने जा रहा है, उनमें 16 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं.
कल के मतदान में जम्मू कश्मीर के 18 विधानसभा क्षेत्रों में से उत्तरी कश्मीर के कुपवाडा जिले के हंदवाडा क्षेत्र पर सबकी नजर है क्योंकि यहां से सज्जाद गनी लोन विधानसभा में जाने का रास्ता तलाश रहे हैं. पृथकतावाद का रास्ता छोडकर राजनीति में आए लोन 2009 का लोकसभा चुनाव हार गए थे. मौजूदा विधानसभा के उपाध्यक्ष और पीडीपी नेता सरताज मदनी देवसर क्षेत्र से लगातार तीसरी बार विधानसभा में पहुंचने की उम्मीद लगाए हैं.
इत्तू उन चार मंत्रियों में शामिल हैं, जो नूराबाद विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं. उनके अलावा उनकी पार्टी के कानून मंत्री सैफुद्दीन मीर कुपवाडा से और चौधरी मोहम्मद रमजान हंदवाडा से चुनाव लड रहे हैं, जबकि एजाज अहमद खान गूल अरनास से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो रियासी पर भी सबकी नजर होगी क्योंकि मौजूदा विधायक बलदेव राज 2008 में भाजपा के टिकट पर जीते थे, लेकिन इस बार वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं.
दक्षिण कश्मीर में कुलगाम चुनाव क्षेत्र भी चर्चा में है क्योंकि जम्मू कश्मीर में माकपा का चेहरा मोहम्मद युसुफ तारिगामी यहीं से लगातार चौथी बार अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं. जम्मू में सभी 18 सीटों पर बहुकोणीय मुकाबला है. नूराबाद में सबसे ज्यादा 15 उम्मीदवार हैं, जबकि रियासी में 14 और हंदवाडा और कुपवाडा में 12.12 चुनाव मैदान में हैं. राज्य में कल के मतदान के लिए 1900 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 12 लाख से अधिक मतदाता हैं.
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक ए जी मीर ने बताया, ‘‘सुरक्षा इंतजाम बढाए गए हैं. घाटी के दो जिलों में मतदान के दूसरे दौर के लिए पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों की 220 अतिरिक्त कंपनियां लगायी गयी हैं. आतंकवादियों ने बीती रात शोपियां जिले में नेशनल कान्फ्रेंस के सरपंच मोहम्मद सुल्तान भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हालांकि शोपियां में कल चुनाव नहीं हो रहा लेकिन इसकी सीमा कुलगाम जिले की सीमा से लगती है जहां कल चुनाव होगा.
झारखंड के सात जिलों, सरायकेला खरसावां, पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, खूंटी, सिमडेगा, रांची और गुमला में फैली 20 विधानसभा सीटों के लिए 223 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 35 महिलाएं हैं. कुल 44,31,900 वोटर हैं जिसमें 21,72,982 महिलाएं हैं. कुल 5,048 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. दूसरे चरण में जिन 20 सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें से आठ भाजपा के पास हैं, जबकि झामुमो के पास पांच, कांग्रेस के पास दो और बाकी निर्दलीय और अन्य दलों के खाते में हैं.
जमशेदपुर (पश्चिम) निर्वाचन क्षेत्र से सबसे ज्यादा 15 उम्मीदवार और खरसावां, मझगांव, तोरपा और जगन्नाथपुर निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक पर सबसे कम आठ उम्मीदवार मुकाबले में हैं. भाजपा, कांग्रेस और जेवीएम ने चार-चार महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. इस चरण में भाजपा 18 सीटों पर चुनाव लड रही है. दो सीटें-तमार और जुगसलाई चुनाव पूर्व गठबंधन सहयोगी आजसू पार्टी के लिए छोडी गयी है.
इसी प्रकार साथ मिलकर चुनाव लड रही झारखंड विकास मोर्चा (प्र) 18 सीटों पर और उसकी सहयोगी तृणमूल कांग्रेस दो सीटों पर चुनाव लड रही है. झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके जाजोरिया ने बताया कि सभी सीटों के नक्सल प्रभावित इलाकों में होने के चलते सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं. राज्य में एक-दूसरे के साथ मिलकर सरकार चला रही कांग्रेस और झामुमो दूसरे चरण की सभी बीस सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड रही हैं.
राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रहे भाजपा के अर्जुन मुंडा खरसांवा विधानसभा क्षेत्र से पांचवीं बार अपना चुनावी भाग्य आजमाएंगे. दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा माझगांव विधानसभा क्षेत्र से जय भारत समानता पार्टी से चुनाव लड रहे हैं. उन्होंने राजद और कांग्रेस के सहयोग से 23 महीने सरकार चलायी थी. भाजपा की पूर्व मंत्री विमला प्रधान, कांग्रेस के दुलाल भुइयां, झामुमो के निएल तिर्की और जोबा मांझी और निर्दलीय बंधू तिर्की के चुनावी भाग्य का फैसला कल होगा.
पूर्व गृह सचिव जेबी तुबिद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर चाईबासा से भाजपा के टिकट पर और पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा पोटका सीट से चुनाव लड रहे हैं. वर्तमान सरकार में मंत्री गीताश्री उरांव, बन्ना गुप्ता और चंपई सोरेन भी कल चुनाव मैदान में हैं. जाजोरिया ने बताया कि कल जमशेदपुर की दो सीटों पूर्व और पश्चिम में सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा जबकि शेष 18 सीटों पर दोपहर सिर्फ तीन बजे तक मतदान होगा.
दोनो राज्यों में तीसरे दौर का मतदान नौ दिसंबर को, चौथा 14 दिसंबर को और पांचवा 20 दिसंबर को होगा. मतगणना 23 दिसंबर को होगी.
दूसरे चरण के मतदान से पहले सेना प्रमुख का जम्मू कश्मीर के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा
जम्मू कश्मीर में दूसरे चरण के मतदान से पहले सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने आज अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया और घाटी की वर्तमान सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सेना प्रमुख ने तंगधार और माछिल सेक्टरों और बारामुला के डागेर डिविजन में अग्रिम चौकियों का दौरा किया.
प्रत्येक स्थान पर सेना प्रमुख को क्षेत्र के कमांडरों ने नियंत्रण रेखा और उसके आसपास के इलाके में स्थिति के बारे में जानकारी मुहैया करायी.’’ प्रवक्ता ने कहा कि जनरल सुहाग का स्वागत सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा और चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा ने किया.
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सेना प्रमुख को मजबूत घुसपैठ रोधी ग्रिड के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.’’ प्रवक्ता ने कहा कि सेना प्रमुख ने इसके प्रभाव और इस वर्ष घुसपैठ के प्रयासों को नाकाम करने में अधिक उंची सफलता दर की प्रशंसा की जिससे कश्मीर में एक सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने में मदद मिली है.’’
इसके साथ ही जनरल सुहाग ने घुसपैठ रोधी मुठभेडों के दौरान बरामद हथियार और आईईडी का भी निरीक्षण किया. उन्होंने जवानों से बातचीत की और उनके उच्च मनोबल और संचालन तैयारियों पर प्रसन्नता जतायी.