जेटली का पाक को दो टूक जवाब, सीमाएं फिर से नहीं खींची जा सकती

श्रीनगर: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज पाकिस्तान से साफ-साफ कहा कि उसे समझना चाहिए कि भारत के साथ सीमाएं फिर से नहीं खींची जा सकतीं और जम्मू-कश्मीर इस देश का अभिन्न अंग है. जेटली ने पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढाते हुए 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ऐतिहासिक लाहौर बस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2014 6:02 PM

श्रीनगर: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज पाकिस्तान से साफ-साफ कहा कि उसे समझना चाहिए कि भारत के साथ सीमाएं फिर से नहीं खींची जा सकतीं और जम्मू-कश्मीर इस देश का अभिन्न अंग है. जेटली ने पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढाते हुए 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ऐतिहासिक लाहौर बस यात्रा का भी जिक्र किया और कहा कि पडोसी नहीं बदले जा सकते, उनके साथ संबंध बदले जा सकते हैं.

भाजपा की तरफ से आयोजित नागरिक समाज सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा, ‘‘हमारे पडोसी देश को समझना होगा कि वह कोई भी तरीका अपनाए इस देश का कोई हिस्सा हासिल नहीं कर सकेंगे. समय बदल गया है, जब देश की सीमाएं बदल सकती थीं. अब सीमाएं नहीं बदल सकतीं. सीमाएं जस की तस रहेंगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक चीज मैं स्पष्ट करुंगा कि देश में रहने वाले सभी लोगों को जम्मू-कश्मीर को इस देश का अभिन्न अंग स्वीकार करना होगा.’’ जेटली ने दिल्ली-लाहौर बस से यात्रा कर पाकिस्तान पहुंचे वाजपेयी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि भारत को उम्मीद थी कि इस्लामाबाद इस पहल का संज्ञान लेगा.
जेटली ने कहा, ‘‘वाजपेयी ने पहल की जब वह बस से लाहौर गए. उन्होंने पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढाया और पाकिस्तान में दिए गए भाषण में उन्होंने कहा कि इतिहास बदल सकता है, भूगोल नहीं बदल सकता.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पडोसी पडोसी रहेगा लेकिन उस देश से संबंध-अच्छे या बुरे-बदल सकते हैं. उस वक्त भी हमें उम्मीद थी कि पहल के बदले उसी तरह की प्रतिक्रिया आएगी.’’

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