सारधा घोटाले का वर्धमान ब्लास्ट से लिंक मामले में सरकार ने शाह के बयान से किया किनारा
नयी दिल्लीः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के सारधा घोटाला का वर्धमान ब्लास्ट लिंक वाले बयान से मोदी सरकार ने उलट बयान दिया है. सरकार ने आज को शाह के इस बयान से खुद को अलग कर दिया. शारदा चिटफंड पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में सरकार ने लोकसभा में लिखित उत्तर देते हुए […]
नयी दिल्लीः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के सारधा घोटाला का वर्धमान ब्लास्ट लिंक वाले बयान से मोदी सरकार ने उलट बयान दिया है. सरकार ने आज को शाह के इस बयान से खुद को अलग कर दिया.
शारदा चिटफंड पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में सरकार ने लोकसभा में लिखित उत्तर देते हुए कहा, सारधा चिटफंड घोटाले मे अबतक जो जांच हुई है, उसमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि सारधा चिटफंड का पैसा बांग्लादेश के आतंकी नेटवर्क में इस्तेमाल हुआ हो.
कार्मिक मामलों के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद में कहा कि जांच में अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि सारधा चिटफंड का पैसा बांग्लादेश में आतंकवादी गतिविधियों में लगाया गया था.
अमित शाह ने पिछले रविवार को कोलकाता रैली में दावा किया था कि सारधा घोटाले की रकम से बर्द्धमान ब्लास्ट के आतंकियों को फंड किया गया है.
सरकार के इस बयान के बाद टीएमसी ने अमित शाह से माफी मांगने के लिए कहा है.
टीएमसी नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि अमित शाह अपने बयान के लिए माफी मांगे.
भाजपा बोली पार्टी व सरकार में कोई विरोधाभास नहीं
सारदा चिटफंड घोटाला मामले में पार्टी और सरकार के बीच किसी तरह के ‘विरोधाभास’ की बात को खारिज करते हुए भाजपा ने आज कहा कि तीन एजेंसियां मामले की जांच कर रहीं हैं और सरकार ने इस संबंध में क्लीनचिट नहीं दी है.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थनाथ सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुछ खबरों में दावा किया गया है कि सारदा चिटफंड घोटाले को लेकर सरकार और पार्टी के बीच विरोधाभास हैं. मैं साफ कर दूं कि इस तरह का कोई विरोधाभास नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि शाह ने रविवार को कोलकाता में जो कहा था वह सार्वजनिक हुईं खबरों के आधार पर था.
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, ‘‘लंबे समय से यह बात सार्वजनिक तौर पर है कि सारदा चिटफंड घोटाले के पैसे को पश्चिम बंगाल में आतंकी गतिविधियों के लिए लगाया गया और सीबीआई इसकी जांच कर रही है.’’