साध्वी के मुद्दे पर संसद में चौथे दिन भी हंगामा, बर्खास्तगी की मांग पर विपक्ष अड़ा

नयी दिल्ली :केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की विवादास्पद टिप्पणियों के लिए उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों का हंगामा आज राज्यसभा में लगातार चौथे दिन भी जारी रहा जिसके कारण सदन का प्रश्‍नकाल 15 मिनट के लिए स्‍थगित कर दिया गया. सुबह भी बैठक शुरु होने के कुछ ही देर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2014 11:12 AM
नयी दिल्ली :केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की विवादास्पद टिप्पणियों के लिए उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों का हंगामा आज राज्यसभा में लगातार चौथे दिन भी जारी रहा जिसके कारण सदन का प्रश्‍नकाल 15 मिनट के लिए स्‍थगित कर दिया गया. सुबह भी बैठक शुरु होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
सुबह सदन की बैठक शुरु होने पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली. इसके बाद उप सभापति पी जे कुरियन ने जैसे ही शून्यकाल शुरु करने का ऐलान किया, विपक्षी सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को उनकी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए बर्खास्त करने की मांग शुरु कर दी.
कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने कहा कि कल सदन में प्रधानमंत्री की बात सदस्यों ने ध्यान से सुनी थी और केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने का आग्रह किया था. शर्मा ने कहा कि संविधान की शपथ लेने वाले अगर उसका उल्लंघन करते हैं तो यह अत्यंत चिंताजनक बात है. उन्होंने कहा कि सरकार सदस्यों की मांग मान ले तो सदन में जारी गतिरोध दूर हो जाएगा.
संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह गतिरोध नहीं बल्कि कांग्रेस की हार से उपजी हताशा, उसका अहंकार और अराजकता है. उन्होंने कहा कि मंत्री ने अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांग ली है और इसके बाद मुद्दा यहीं खत्म हो जाता है. इस बीच कांग्रेस, जदयू और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर नारे लगाने लगे. हंगामा थमते न देख कुरियन ने 11 बज कर पांच मिनट पर ही सदन की बैठक दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
उधर, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाज पीमए नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्यसभा को चलने नहीं दिया जा रहा है. मैं लोकसभा सांसदों का आभारी हूं कि इस विवादित मुद्दे के बाद भी सदन को चलने दिया जा रहा है. मैंने अपनी पार्टी के संसदीय दल की बैठक में पूर्व में ही सांसदों को कड़ी हिदायत दी थी कि कोई इस तरह का बयान नहीं दे. मंत्री के सामाजिक पृष्ठभूमि को सभी जानते हैं. मंत्री ने क्षमा मांगी है. सदन के वरिष्ठ जनों की जिम्मेवारी बनती है कि वे उदारता बरतें.
सार्वजनिक जीवन में जो लोग हैं उन्हें मर्यादा को स्वीकार करना चाहिए. मैं मानता हूं कि एक नयी मंत्री ने जब क्षमा मांगी है तो सभी वरिष्ठ नेताओं को अपने-अपने दलों से अनुरोध करना चाहिए और इस विषय को समाप्त कर कामकाज को आगे बढ़ाना चाहिए. विपक्ष के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने कहा कि हम किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि यह आश्वासन दिया जाना चाहिए कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा. बाद में विपक्ष के सांसद लोकसभा से वाक आउट कर गये.
विपक्ष के सांसदों के शोर-शराबे के बाद सत्तापक्ष के सांसद भी इस हंगामे के विरोध पर में संसद परिषद स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गये.उधर, साध्वी निरंजन ज्योति के मुद्दे पर हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गयी.केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान व मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि विपक्ष साध्वी निरंजन ज्योति को मुद्दा इसलिए बना रही है, क्योंकि वह एक दलित महिला हैं.

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