सांप्रदायिक दंगे भड़काएगी भाजपा:दिग्विजय

बेंगलूर : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी वर्ष 2014 लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस शासित राज्यों में सांप्रदायिक दंगे भड़काएगी क्योंकि विपक्षी दल को लगता है कि वह ‘सांप्रदायिकता’ फैलाये बगैर चुनाव नहीं जीत सकती. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की आमसभा की बैठक को यहां संबोधित करते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:55 PM

बेंगलूर : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी वर्ष 2014 लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस शासित राज्यों में सांप्रदायिक दंगे भड़काएगी क्योंकि विपक्षी दल को लगता है कि वह ‘सांप्रदायिकता’ फैलाये बगैर चुनाव नहीं जीत सकती. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की आमसभा की बैठक को यहां संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने दावा किया कि भाजपा को अब लगता है कि वह चुनावों को सांप्रदायिक बनाये बगैर इन्हें नहीं जीत सकती.

कर्नाटक में पार्टी मामलों के प्रभारी सिंह ने आरोप लगाया कि वे (भाजपा) कांग्रेस शासित राज्यों में सांप्रदायिक दंगे भड़काएंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे राज्यों के निकाय चुनावों को भी सांप्रदायिक बनाएगी जहां उसकी सरकार नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी भाजपा को लगता है कि वह जनता का समर्थन खो रही है, वह सांप्रदायिक हिंसा भड़काती है ताकि यह कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस शासित सरकारों के खिलाफ आरोप लगा सके.

कांग्रेसी नेता ने कहा कि हमें बहुत ध्यानपूर्वक रहना होगा और इन लोगों पर नजर रखनी होगी. सिंह ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को संघ परिवार के संगठनों पर कड़ी निगरानी रखने की सलाह दी. उन्होंने दावा किया कि संघ 150 से अधिक संगठनों को संचालित करता है. उन्होंने कहा कि इन संगठनों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी. सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक तत्वों पर कड़ा नियंत्रण रखना चाहिए ताकि वे सांप्रदायिक हिंसा और घृणा की विचारधारा नहीं फैलाएं.

मोदी का कद बढ़ाने के लिए फर्जी मुठभेड़ किए गए

गुजरात सरकार ने मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का कद बढ़ाने के लिए फर्जी मुठभेड़ कराए ताकि वह उन लोगों की नजर में ‘‘नायक’’ बन जाएं जो समझते हैं कि आतंकवादी गतिविधियों में मुस्लिम शामिल हैं. यह आरोप आज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने लगाए. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति की आम सभा की बैठक में मीडिया के सवालों के जवाब में उन्होंने आरोप लगाए, ‘‘गुजरात सरकार ने एक नहीं बल्कि छह फर्जी मुठभेड़ कराए.’’ उन्होंने दावा किया कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह थी कि खुफिया ब्यूरो के तत्कालीन संयुक्त निदेशक की गुजरात पुलिस के साथ मिलीभगत से गलत सूचना के आधार पर इन मुठभेड़ों को अंजाम दिया गया.

इस सिलसिले में सिंह ने सादिक जमाल के मामले का जिक्र किया जो मीडिया के संज्ञान में नहीं आया. आईबी ने उसे गुजरात पुलिस को सौंपा जिसने कथित रुप से कुछ दिनों बाद उसकी हत्या कर दी और इसे मुठभेड़ का रुप दे दिया और ‘‘कहानी गढ़ी’’ कि जमाल ने मोदी की हत्या की योजना तैयार की थी. सिंह ने आरोप लगाया कि गुजरात पुलिस की यह संपूर्ण कयावद आईबी के संयुक्त निदेशक के साथ मिलकर केवल नरेन्द्र मोदी के कद को बढ़ाना था ताकि वह उन लोगों की नजर में ‘‘नायक’’ बन सकें जो समझते हैं कि केवल मुस्लिम ही आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देते हैं.

Next Article

Exit mobile version