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सपा सरकार ने नसीमुद्दीन और बाबू सिंह को भी घेरा

लखनऊ: सूबे की अखिलेश सरकार ने लोकसभा चुनावों के पहले बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख नेताओं को जेल भेजने की अपनी कवायद तेज कर दी है. इसके तहत मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मायावती सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी, बाबू सिंह कुशवाहा और रंगनाथ मिश्र के खिलाफ सतर्कता विभाग को आय से अधिक […]

लखनऊ: सूबे की अखिलेश सरकार ने लोकसभा चुनावों के पहले बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख नेताओं को जेल भेजने की अपनी कवायद तेज कर दी है. इसके तहत मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मायावती सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी, बाबू सिंह कुशवाहा और रंगनाथ मिश्र के खिलाफ सतर्कता विभाग को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में अभियोजन पंजीकृत कर विवेचना करने की अनुमति दे दी. बाबू सिंह कुशवाहा और रंगनाथ मिश्र पहले से ही जेल में हैं.

अब नसीमुद्दीन सिद्दीकी के जेल जाने के आसार हैं. सूत्रों के अनुसार सर्तकता अधिष्ठान के अधिकारी रिपोर्ट दर्ज करने के बाद कभी भी नसीमुद्दीन सिद्दीकी को गिरफ्तार कर सकते हैं. गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार सरकार ने लोकायुक्त की रिपोर्ट के आधार पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी, बाबू सिंह कुशवाहा और रंगनाथ मिश्र के खिलाफ यह कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ लोकायुक्‍त एनके मेहरात्रा ने जांच की थी, जिसके बाद खुली जांच के आदेश सतर्कता अधिष्ठान को दिए गये थे.

सतर्कता विभाग के अफसरों द्वारा की गई खुली सतर्कता जांच में नसीमुद्दीन सिद्दीकी के पास आय से अधिक संपत्ति होने के साक्ष्य मिले. जांच में पाया गया कि 27 मार्च 1997 से 21 मार्च 2012 तक की अवधि में नसीमुद्दीन की कुल आय 69 लाख 96 हजार 809 थी जबकि उन्होंने इस अवधि में 14 करोड़ 32 लाख 609 रुपए खर्च किए. आय से खर्च करीब 13 लाख 62 हजार 3 हजार 800 रुपए अधिक पाए जाने के बाद सतर्कता अधिष्ठान द्वारा अभियोजन की स्‍वीकृति शासन से मांगी थी.
इसी प्रकार बसपा सरकार में मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा जो इस समय एनआरएचएम घोटाले में जेल में हैं के खिलाफ भी सतर्कता अधिष्ठान ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के सबूत जुटाएं. जिनके आधार पर सरकार से बाबू सिंह के खिलाफ आय से संपत्ति अर्जित करने के मामले में रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना करने की अनुमति मांगी थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया.

माया सरकार में माध्‍यमिक शिक्षा मंत्री रहे रंगनाथ मिश्र के खिलाफ भी आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के आरोप में अभियोजन चलाये जाने की स्वीकृति इसी क्रम में सरकार ने दी. सतर्कता अधिष्ठान द्वारा की गई जांच में 13 मई 2007 से दिनांक 5 अक्‍टूबर 2011 तक रंगनाथ की कुल आय एक करोड़ 57 लाख 6,231 रुपए पाई गई, जबकि इसी अवधि में उनके द्वारा सात करोड़ 61 लाख 16,480 रुपए खर्च किया जाना पाया गया. आय से व्यय में 6 करोड़ 4 लाख 10,249 रुपए अधिक पाये जाने के बाद सतर्कता अधिष्‍ठान
ने उनके खिलाफ अभियोजन की स्‍वीकृति मांगी थी. जिसे मान लिया गया.

बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन, सिद्दीकी, बाबू सिंह कुशवाहा और रंगनाथ मिश्र के अलावा अखिलेश सरकार ने बादशाह सिंह, राकेशधर त्रिपाठी, अवध पाल सिंह यादव, चन्द्रदेव राम यादव, रामवीर उपाध्याय और रामअचल राजभर को भी घेरने में जुटी है. बादशाह सिंह जेल हैं. राकेशधर त्रिपाठी, रामअचल राजभर तथा अवधपाल सिंह यादव न्यायालय की शरण लेकर जेल जाने के बचने का रास्ता खोज रहे हैं. इन सभी के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सतर्कता अधिष्ठान के अधिकारी विवेचना कर रहे हैं. कहा जा रहा कि जल्दी ही इन सभी पूर्व मंत्रियों की गिरफ्तारी होगी ताकि बसपा प्रमुख मायावती पर सपा नेता ऐसे भ्रष्ट मंत्रियों के जरिए शासन करने का आरोप लगा सके.
।।राजेन्द्र कुमार।।

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