नयी दिल्ली : जर्मनी में भारत की मौजूदा राजदूत सुजाता सिंह देश की अगली विदेश सचिव होंगी. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सुजाता की नियुक्ति को मंजूरी दे दी. जिसके बाद महीनों से चल रही इन अटकलों पर विराम लग गया कि विदेश सेवा की अगुवाई कौन करेगा.
59 वर्षीय सुजाता वर्ष 1976 बैच की आइएफएस अधिकारी हैं. विदेश सचिव के पद की दावेदारी में, चीन में इन दिनों भारत के राजदूत एस जयशंकर भी थे, जो सुजाता से एक बैच जूनियर हैं. खास तौर पर चीन में राजदूत के तौर पर उनका शानदार रिकॉर्ड होने की वजह से विदेश सचिव के पद के लिए उनके नाम की चर्चा थी.
सुजाता अगले साल जुलाई में सेवानिवृत्त होने वाली थीं, लेकिन अब उनके कार्यकाल में दो साल की वृद्धि हो गयी है. वह रंजन मथाई की जगह लेंगी जो 31 जुलाई को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं.