बुरा बर्ताव करने पर शिक्षिका को पांचवी में पढ़ने वाली छात्र अदालत तक ले गयी

नयी दिल्ली : आर्थिक रूप से कमजोर तबके (इडब्ल्यूएस) की एक स्कूली लड़की ने अपने स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. स्कूल की एक शिक्षिका ने उसे दो चोटी करके आने पर पूरी कक्षा के सामने कथित तौर पर चांटा मारा और अपमानित किया. न्यायमूर्ति मनमोहन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2014 7:56 AM
नयी दिल्ली : आर्थिक रूप से कमजोर तबके (इडब्ल्यूएस) की एक स्कूली लड़की ने अपने स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. स्कूल की एक शिक्षिका ने उसे दो चोटी करके आने पर पूरी कक्षा के सामने कथित तौर पर चांटा मारा और अपमानित किया.
न्यायमूर्ति मनमोहन के समक्ष सुनवाई के लिए सूचीबद्ध याचिका में लड़की ने पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज स्थित मेयो इंटरनेशनल स्कूल से अपने निलंबन को भी निरस्त करने और तत्काल कक्षा में शामिल होने की अनुमति देने की मांग की है.अधिवक्ता अशोक अग्रवाल के जरिए दायर याचिका में कहा गया है कि पांचवीं कक्षा की छात्र की 21 नवंबर को उसकी शिक्षिका डॉली ने ‘तुच्छ’ कारणों के लिए उसकी पिटाई की थी.
याचिका में आरोप लगाया गया है कि शिक्षिका ने पूरी कक्षा के सामने उसे बिल्कुल बेतुके कारण से अपमानित किया क्योंकि वह स्कूल में दो चोटी करके आयी थी. याचिका में यह भी कहा गया है कि जब उसके माता-पिता ने इस पर आपत्ति जतायी तो लड़की को स्कूल से निलंबित कर दिया गया. साथ ही स्कूल ने उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को वापस लेने से मना कर दिया.

Next Article

Exit mobile version