उग्रवादियों ने मतदान केंद्र पर ग्रेनेड फेंका, एक जवान घायल

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में त्रल विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर आज उग्रवादियों द्वारा फेंके गए ग्रेनेड में सीआईएसएफ का एक जवान घायल हो गया. यहां मंगलवार को मतदान होना है. यहां से 35 किलोमीटर दूर त्रल इलाके के नूरपुरा में उग्रवादियों ने एक हायर सेकेंडरी स्कूल पर ग्रेनेड फेंका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2014 10:57 PM

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में त्रल विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर आज उग्रवादियों द्वारा फेंके गए ग्रेनेड में सीआईएसएफ का एक जवान घायल हो गया. यहां मंगलवार को मतदान होना है.

यहां से 35 किलोमीटर दूर त्रल इलाके के नूरपुरा में उग्रवादियों ने एक हायर सेकेंडरी स्कूल पर ग्रेनेड फेंका जहां मतदान केंद्र बनाया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना में मतदान ड्यूटी पर तैनात सीआईएसएफ का एक जवान मामूली रुप से घायल हो गया. किसी आतंकवादी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.

त्रल कश्मीर घाटी के तीन जिलों में फैले उन 16 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है जहां विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में नौ दिसंबर को मतदान होगा. जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया शुरु होने के बाद आतंकवादियों ने कई हमले किए हैं. पांच दिसंबर को घाटी ऐसे ही हमलों से दहल गयी थी जब चार आतंकवादी हमलों में एक लेफ्टिनेंट कर्नल समेत 11 सुरक्षाकर्मी और दो नागरिक मारे गए थे.

जम्मू कश्मीर में उंचे मतदान प्रतिशत से घबरा गए हैं आतंकवादी : पर्रिकर

पणजी : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि जम्मू कश्मीर चुनाव में उंचे मतदान प्रतिशत से पाकिस्तान में आतंकवादियों के आका ‘‘घबरा गए’’ हैं और इसी के चलते घाटी में ‘‘कायरतापूर्ण’’ हमले किये गए.

पर्रिकर ने पणजी के पास पुराने गोवा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘72 प्रतिशत तक मतदान हुआ जो संकेत देता है कि कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया सफल है. इससे पाकिस्तान में बैठकर आतंकवादियों को नियंत्रित करने वाले घबरा गए। इसी के कारण उन्होंने ऐसे कायरतापूर्ण हमलों का सहारा लिया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मतदान 72 प्रतिशत होता है जो झारखंड से भी अधिक है, यह इस बात का संकेत है कि लोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहते हैं. हमले उनकी हताशा का स्पष्ट संकेत हैं.’’

पर्रिकर ने पाकिस्तान का नाम लिये बिना कहा, ‘‘दूसरी ओर से परोक्ष समर्थन के बिना, वे :आतंकवादी: भारी हथियारों के साथ ऐसे हमले करने में सक्षम नहीं होते.’’ उन्होंने कहा कि वह जम्मू कश्मीर की स्थिति की घंटेवार आधार पर निगरानी कर रहे हैं. गत शुक्रवार को आतंकवादियों द्वारा उरी में सुरक्षा बलों पर किये गए हमले में एक लेफ्टिनेंट कर्नल सहित 11 सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए और दो नागरिक मारे गए थे.

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