बलात्कार मामले में उबर के कानूनी दायित्व का कर रहे हैं परीक्षण : पुलिस आयुक्त
नयी दिल्ली : पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने आज कहा कि दिल्ली पुलिस उबर टैक्सी सेवा के कानूनी दायित्व का परीक्षण कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि राष्ट्रीय राजधानी में एक कैब में 27 साल की एक महिला के साथ बलात्कार के आरोपी को कैसे फर्जी पुलिस सत्यापन प्रमाण पत्र […]
नयी दिल्ली : पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने आज कहा कि दिल्ली पुलिस उबर टैक्सी सेवा के कानूनी दायित्व का परीक्षण कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि राष्ट्रीय राजधानी में एक कैब में 27 साल की एक महिला के साथ बलात्कार के आरोपी को कैसे फर्जी पुलिस सत्यापन प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.
संसद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इस मामले की जांच की प्रगति के बारे में बताने के बाद बस्सी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली सरकार ने दिल्ली में उबर की गतिविधियों पर रोक लगाते हुए एक अधिसूचना जारी की है. पुलिस सत्यापन प्रमाण पत्र भी फर्जी पाया गया. एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है और इसकी जांच की जाएगी ताकि दोषी को सजा मिले. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस बारे में भी कानूनी परीक्षण कर रहे हैं कि अपने वादों पर खरे नहीं उतरने के लिए उबर के विरुद्ध क्या कार्रवाई की जा सकती है. ’’ जब उनसे इस बलात्कार कांड के बाद दिल्ली में उबर की सेवाएं प्रतिबंधित करने के प्रति केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की असहमति के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, ‘‘मुङो बयान नहीं मालूम है. लेकिन हम कानूनी दायित्व का परीक्षण कर रहे हैं.’’
बस्सी ने कहा, ‘‘यह हमारा प्रयास है कि महिलाएं शत-प्रतिशत सुरक्षित हों और बिना किसी मुश्किल के कहीं भी आ-जा सकें.’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठा रही है कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध दबाए न जाएं. महिलाओं की सुरक्षा के लिए पहले ही 5000 कैमरे लगाए गए हैं तथा अब 10 हजार और कैमरे लगाए जाने का प्रस्ताव है. उन्होंने महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने और पुलिसबल में महिला कर्मियों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया.
महिलाओं की सुरक्षा पर पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘जब भी ऐसी घटना होती है तो तत्परता से उसकी जांच होती है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे मामलों की जांच 20 दिन में पूरा करने के निर्देश है. यदि ऐसा नहीं हो पाता तो संयुक्त पुलिस आयुक्त को सूचना दी जाती है. यदि जांच 30 दिन में भी पूरी नहीं होती तो उसे विशेष पुलिस आयुक्त और आयुक्त के पास भेजी जाती है ताकि यह सुनिश्चित हो कि जांच अकारण लंबित न हो. ’’ इस बीच जांचकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने उबर से कई दस्तावेज मांगे हैं क्योंकि अमेरिका स्थिति टैक्सी बुकिंग सेवा के विरुद्ध कल रात दर्ज प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.