भारत में मिले डेल्टा प्लस वेरिएंट के 40 मामले, जानें क्या है कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट और सरकार की गाइडलाइंस
नयी दिल्ली : भारत सरकार ने डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus variant) को वेरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) घोषित किया है. देश के तीन राज्यों में इस वेरिएंट के दो दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना वायरस (Coronavirus) का यह वेरिएंट डेल्टा (B.1.617.2) वेरिएंट से म्यूटेशन के बाद बना है, जो पहली बार भारत में पाया गया है. हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक तीनों राज्यों महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव जिलों, केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा जिलों और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिले से एकत्र किये गये नमूनों के जीनोम सिक्वेंस में ये वायरस पाये पाये गये हैं.
नयी दिल्ली : भारत सरकार ने डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus variant) को वेरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) घोषित किया है. देश के तीन राज्यों में इस वेरिएंट के दो दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना वायरस (Coronavirus) का यह वेरिएंट डेल्टा (B.1.617.2) वेरिएंट से म्यूटेशन के बाद बना है, जो पहली बार भारत में पाया गया है. हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक तीनों राज्यों महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव जिलों, केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा जिलों और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिले से एकत्र किये गये नमूनों के जीनोम सिक्वेंस में ये वायरस पाये पाये गये हैं.
पूरी दुनिया में वायरस के इस वेरिएंट के मामले 200 के करीब पाये गये हैं, जिसमें भारत में 40 मामले हैं. कई एक्सपर्ट्स का दावा है कि यह डेल्टा प्लस वेरिएंट ही कोरोना की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार होगा. अल्फा वेरिएंट की तुलना में यह वेरिएंट 35 से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक है. इसपर वैक्सीन के असर को लेकर विशेषज्ञों में मतभेद है. कुछ का मानना है कि वैक्सीन कारगर है, जबकि कुछ नहीं मानते.
डेल्टा प्लस वेरिएंट पर सरकार की ओर से दी गयी लेटेस्ट अपडेट
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेल्टा प्लस वेरिएंट की तीन विशेषताओं की पहचान की है. पहला है इसका तेजी से संचार होगा है. दूसरा फेफड़ों की कोशिकाओं के रिसेप्टर्स से मजबूती से चिपका है और तीसरा मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्रतिक्रिया में संभावित कमी कर देता है.
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जिन तीन राज्यों में ये वेरिएंट पाये गये हैं, उन तीनों राज्यों के मुख्य सचिवों को सलाह दी गई है कि वे जिलों और समूहों में तत्काल रोकथाम के उपाय करें. भीड़ को रोकना और लोगों को आपस में मिलने से रोक लगना होगा. व्यापक परीक्षण, शीघ्र ट्रेसिंग के साथ-साथ वैक्सीन कवरेज को प्राथमिकता के आधार पर शामिल करना होगा.
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत उन नौ देशों में शामिल है जहां डेल्टा प्लस संस्करण का पता चला है. इसने कहा कि यूएस, यूके, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में वैरिएंट का पता चला है.
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वैरिएंट के समूहों की पहचान भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम या INSACOG द्वारा की गयी है. सरकार ने राज्यों को सलाह दी है कि उनके नमूने INSACOG की नामित प्रयोगशालाओं में भेजे जाएं ताकि यह नैदानिक महामारी विज्ञान के संबंध के आधार पर मार्गदर्शन प्रदान कर सके.
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सरकार के अनुसार, भारत में कोरोनावायरस के डेल्टा प्लस संस्करण के 40 मामलों का पता चला है, जिनमें से 20 से ज्यादा महाराष्ट्र और शेष मध्य प्रदेश और केरल से हैं.
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एक संवाददाता सम्मेलन में, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि महामारी की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है. लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों को कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का पालन करना जारी रखना चाहिए और भीड़ और पार्टियों से बचना चाहिए.
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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 7 मई को रिपोर्ट की गयी उच्चतम चोटी की तुलना में भारत के दैनिक कोविड-19 मामलों में लगभग 90 प्रतिशत की गिरावट आई है.
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उन्होंने यह भी कहा कि साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट में 84 प्रतिशत की तेज गिरावट दर्ज की गई है, जो कि 4 और 10 मई के बीच दर्ज की गयी 21.4 प्रतिशत की उच्चतम साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट के बाद से दर्ज की गयी है.
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मंगलवार के डेटा के अनुसार पिछले 24 घंटों में भारत में 42,640 नये संक्रमण दर्ज किए गये, जो 23 मार्च के बाद सबसे कम हैं. इसी अवधि में 1,167 मौतें भी हुईं हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 29.98 मिलियन हो गयी है, जिसमें 389,302 लोगों की मौत शामिल है.
Posted By: Amlesh Nandan.