संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) की परीक्षा भी बेहद कठिन मानी जाती है. लेकिन, एक लड़की ने एक साथ इन दोनों परीक्षा को पास कर लिया है. आईआईटी और यूपीएससी की परीक्षा एक साथ पास करने के बाद 22 साल की यह लड़की पहले ही प्रयास में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की अधिकारी बन गयी.
इस लड़की का नाम है सिमी करन (Simi Karan). अक्सर देखा जाता है कि संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा (UPSC Civil Service Exam) के लिए विद्यार्थियों को आईआईटी व अन्य परीक्षा की तैयारियां छोड़नी पड़ती है. लेकिन, सिमी करन ने एक साथ दोनों परीक्षा को न केवल क्रैक किया, बल्कि वह पहले ही अटेम्प्ट में आईएएस अधिकारी भी बन गयीं. सिविल सेवा परीक्षा में उन्हें ऑल इंडिया में 31वीं रैंक मिली थी.
सिमी करन (Simi Karan) ओड़िशा की रहने वाली है, जिन्होंने आईआईटी से इंजीनियरिंग के दौरान यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की और पहले प्रयास में ही सिविल सर्विस परीक्षा पास कर आईएएस अफसर बन गयीं. सिमी करन (Simi Karan) भले मूल रूप से ओड़िशा की रहने वाली हों, लेकिन उनका पूरा बचपन छत्तीसगढ़ के भिलाई में बीता.
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सिमी करन की शुरुआती पढ़ाई भी भिलाई से ही हुई. उनके पिता डीएन करन भिलाई स्टील प्लांट में काम करते हैं. सिमी की मां सुजाता भिलाई के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में टीचर हैं. डीपीएस से ही सिमी ने 12वीं तक की पढ़ाई की. 12वीं की परीक्षा में 98.4 फीसदी अंक लाकर पूरे छत्तीसगढ़ में सिमी करन ने टॉप किया था. यानी छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे ज्यादा अंक उसे मिले थे.
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 12वीं के बाद सिमी करन (Simi Karan) ने आईआईटी की तैयारी शुरू की. एंट्रेंस एग्जाम दिया और पास हो गयीं. बॉम्बे आईआईटी में उनका सेलेक्शन हो गया. इसके साथ ही सिमी करन ने आईआईटी की पढ़ाई शुरू कर दी. इंजीनियरिंग के दौरान इंटर्नशिप के समय जब वह स्लम एरिया में बच्चों को पढ़ाने गयीं, तो मन में लोगों की मदद करने का विचार आया.
सिमी लोगों की मदद करना चाहतीं थीं, लेकिन कर नहीं पा रहीं थीं. इसके बाद उन्होंने सोचा कि ऐसे फील्ड में काम किया जाये, जहां वह गरीबों की मदद कर सकें. इसके बाद सिमी करन ने सिविल सर्विस में जाने का मन बनाया. आखिरकार उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और उसे क्लियर भी कर लिया. अब वह आईएएस अफसर बन चुकीं हैं.
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बता दें कि मूल रूप से ओड़िशा की रहने वाली सिमी करन (Simi Karan) ने बिना कोचिंग सेल्फ स्टडी करके पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की. आईआईटी मुंबई से सिमी का ग्रेजुएशन मई 2019 में खत्म हुआ. जून में सिमी करन की यूपीएससी की परीक्षा थी. उनके पास फाइनल की तैयारी के लिए बहुत कम वक्त बचा था, लेकिन कड़ी मेहनत की और सफलता हासिल की.
सिमी करन (Simi Karan) ने यूपीएससी की सिविल सर्विसेज एग्जाम-2019 (UPSC CSE 2019) में ऑल इंडिया में 31वीं रैंक हासिल की. सिमी महज 22 साल की थीं, जब उन्होंने सिविल सर्विस की परीक्षा पास की और आईएएस अफसर बनीं.
सिमी करन (Simi Karan) ने इंजीनियरिंग के आखिरी साल में यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी शुरू की. सिमी ने सेल्फ स्टडी का फैसला किया. सिमी कहती हैं कि उन्होंने सबसे पहले टॉपर्स के इंटरव्यू देखे. इंटरनेट की सहायता से अपने लिए किताबों की लिस्ट तैयार की. देखा कि यूपीएससी की परीक्षा की तैयारियों के लिए कौन-कौन सी स्टैंडर्ड बुक्स आती हैं. लिस्ट में से उनका चयन किया.
हमेशा इस बात का ध्यान रखा कि किताबें सीमित रखकर बार-बार रिवीजन करना है. सिमी करन ने बताया कि परीक्षा की तैयारी के लिए यूपीएससी के सिलेबस को उन्होंने छोटे-छोटे हिस्सों में कन्वर्ट कर लिया, ताकि सिलेबस बोझ न लगे. सिमी करन कहती हैं कि परीक्षा की तैयारी के लिए ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करने की जरूरत है.
Posted By: Mithilesh Jha