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केजरीवाल ने कहा, मनोरंजन के मकसद से विदेश ना जाएं मोदी

न्यूयार्क/ नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हमला किया है. उनके विदेश दौरे को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा अमेरिका के मेडिसन स्कावयर में की गयी सभा सही विदेश नीति का संकेत नहीं थी क्योंकि प्रधानमंत्रियों को ‘मनोरंजन के मकसद’ की बजाए […]

न्यूयार्क/ नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हमला किया है. उनके विदेश दौरे को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा अमेरिका के मेडिसन स्कावयर में की गयी सभा सही विदेश नीति का संकेत नहीं थी क्योंकि प्रधानमंत्रियों को ‘मनोरंजन के मकसद’ की बजाए विशुद्ध कूटनीति के लिए अन्य देशों का दौरा करना चाहिए.

केजरीवाल ने रविवार को शहर के अपने दौरे के दौरान कोलंबिया यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में करीब 200 छात्रों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ सत्र में शामिल हुए विश्वविद्यालय के छात्रों ने कहा कि इसकी मिश्रित प्रतिक्रिया मिली. कुछ ने केजरीवाल और उनकी पार्टी से आशाएं होने की बात कही जबकि दूसरों ने चुनाव जीतने के बाद भी उनके मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने पर चिंता जतायी.

डिजीटल न्यूज पोर्टल क्वाट्र्ज की खबर के अनुसार 46 वर्षीय केजरीवाल ने विदेश नीति को लेकर मोदी की आलोचना की और कहा कि राजनेताओं को ठोस कूटनीति के लिए अन्य देशों का दौरा करना चाहिए. गत सितंबर में अमेरिका के दौरे के दौरान मोदी द्वारा मेडिसन स्कावयर गार्डन में हजारों भारतीयों को संबोधित करने की तरफ इशारा करते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘‘मेडिसन स्कावयर पर बडी संख्या में लोगों का जुटना विदेश नीति नहीं है, यह एक कार्यक्रम है. हमारे प्रधानमंत्री मनोरंजन के मकसद से वहां (विदेशों) नहीं जाते. विशुद्ध कूटनीति पर चर्चा होनी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘जापान में :मोदी के दौरे में: परमाणु मुद्दे को छुआ तक नहीं गया. यह हमारे प्रधानमंत्री की जनसंपर्क :पीआर:कंपनी और जापानी प्रधानमंत्री की जनसंपर्क (पीआर) कंपनी का काम था.’’

विश्वविद्यालय की एक छात्र केसी टोलान ने ट्विटर पर लिखा कि केजरीवाल ने छात्रों से कहा कि मोदी का जापान दौरा सफल नहीं था और राजनेताओं को ‘रॉक स्टार कार्यक्रमों’ की बजाए ठोस नीति के लिए विदेशों का दौरा करना चाहिए. क्वार्ट्ज के अनुसार काले धन के मुद्दे पर आप नेता ने कहा कि काला धन वापस लाने के मोदी सरकार के वादे ‘झूठे चुनावी वादे’ निकले.

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा मुमकिन नहीं था। और मोदी ने काला धन वापस लाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए_’’ केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने काले धन से जुडी सूची सार्वजनिक नहीं की क्योंकि इसमें ‘पार्टी :भाजपा: को धन देने वाले लोगों के नाम हैं.’ व्याख्यान खत्म होने के बाद विश्वविद्यालय की एक छात्र सृष्टि ने पीटीआई-भाषा से कहा कि केजरीवाल ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि वह वापस आ चुके हैं और आगामी चुनाव (दिल्ली विधानसभा चुनाव) को लेकर आशान्वित हैं और दिल्ली में उनके सत्ता में वापस आने की चर्चा है.

छात्रों ने कहा कि केजरीवाल ने उनसे अपने मुख्यमंत्री पद छोडने के फैसले को लेकर बात की और उन्हें भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढने की अपनी योजनाओं से वाकिफ कराया. विश्वविद्यालय के एक और छात्र माधव न्योपाने ने कहा, ‘‘छात्रों की मिश्रित प्रतिक्रिया थी. कुछ लोग उनके विचारों को लेकर उत्साहित थे जबकि कुछ ने उनके मुख्यमंत्री पद छोडने और दूसरे राजनीतिक दलों एवं नेताओं की आलोचना करने और खुद की एक अच्छी तस्वीर पेश करने के लिए नाराजगी एवं निराशा जतायी.’’

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