शानगुस, जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज आरोप लगाया कि बाढ प्रभावित जम्मू-कश्मीर के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘खोखले वादों का खामियाजा’’ भुगत रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री लोगों के ‘‘दुख’’ को लेकर राजनीति कर रहे हैं.
दक्षिण कश्मीर के शानगुस विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री हाल में यहां आए और वादों की लंबी सूची गिनाई. उन्होंने कुछ पैकेज की घोषणा की लेकिन जमीनी हकीकत क्या है. हकीकत आप जानते हैं और खोखले वादों का खामियाजा भुगत रहे हैं.’’ यहां चौथे चरण में 14 दिसम्बर को चुनाव होंगे.
उन्होंने कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाए, ‘‘यह वक्त आपकी समस्याओं के समाधान करने का है. यह वक्त आपको आश्रय, भोजन मुहैया कराने और आपकी रोजाना की जरुरतों को पूरा करने का है. लेकिन मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ध्यान नहीं दे रही है.’’
सोनिया ने पूछा, ‘‘राहत काम इतनी धीमी गति से क्यों चल रहा है ?’’ उन्होंने लोगों को 2005 में आए विनाशकारी भूकंप के समय कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की प्रतिक्रिया की याद दिलाई.
विधानसभा चुनावों में ज्यादा मत प्रतिशत की प्रशंसा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव ऐसे समय में आए हैं जब लोग बाढ के दर्द से कराह रहे हैं.
सोनिया ने कहा, ‘‘उसके बावजूद जिस उत्साह से आप लोगों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लिया उस प्रतिबद्धता को मैं सैल्यूट करती हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के विकास और सामाजिक उन्नति के लिए हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है. विकास कार्य कडी मेहनत से होते हैं न कि खोखले वादों से.’’
उन्होंने कहा, ‘‘सपने दिखाना आसान है लेकिन इन सपनों को देश के विकास के लिए पूरा करना आसान नहीं है जब समुदाय धर्म और जाति में बंटा हुआ हो.’’ उन्होंने कहा कि विकास में हर किसी को समान अधिकार मिलना चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकारों ने वह किया है. कश्मीर में हर समुदाय के लोग हैं. विभिन्न धर्मों के लोगों को पूजा करने का अधिकार है और इसके लिए कांग्रेस ने उन लोगों से गठबंधन किया जो धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखते हैं ताकि सांप्रदायिक ताकतों को राज्य से दूर रखा जा सके.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल गठबंधन सरकार में कभी-कभी हम यह साबित नहीं कर पाते हैं कि हम क्या करना चाहते हैं.’’ उन्होंने लोगों से वोट देकर पार्टी को सत्ता में वापस लाने की अपील की.
वर्ष 2005 के भूकंप को याद करते हुए सोनिया ने कहा, ‘‘आपको याद करना चाहिए कि कुछ समय पहले कश्मीर में भूकंप आया था तब गुलाम नबी आजाद मुख्यमंत्री थे. हमारी सरकार ने दिन रात काम किया और उस वक्त लोगों को राहत मुहैया कराई. संप्रग ने हरसंभव सहयोग दिया.’’ राजग सरकार पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज क्या हो रहा है जब केंद्र में भाजपा की सरकार है. लगता है कि यह सरकार आपके दुख की परवाह नहीं करती. राज्य सरकार ने जरुरत के मुताबिक जो पैकेज मांगा था वह नहीं दिया गया.’’ सोनिया ने कहा कि राज्य में सितम्बर में बाढ आने के तुरंत बाद वह कश्मीर आईं और प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान को देखा.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मुझे जो दुख हुआ उसे बयान नहीं कर सकती.’’ उन्होंने कहा, ‘‘विनाश के बाद यहां हर नागरिक कडी मेहनत कर रहा था और आपके प्रति हमारा सम्मान बढ गया है.’’