नयी दिल्ली : रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कल होने वाली वार्षिक शिखर वार्ता के लिए आज रात यहां पहुंच गए. इस बातचीत का उद्देश्य दोनों देशों के बीच पहले से नजदीकी रणनीतिक संबंधों को विशेष रुप से परमाणु उर्जा, हाइड्रोकार्बन्स और रक्षा के क्षेत्र में और मजबूती प्रदान करना है.
पुतिन के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है जिसमें दिग्गज उद्योगपति भी शामिल हैं. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित अन्य विशिष्ट लोगों ने पुतिन का यहां स्वागत किया.
हैदराबाद हाउस में होने वाली बातचीत के बाद दोनों पक्षों के बीच 15 से 20 समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. वर्ष 2000 के बाद से दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता बारी-बारी से मास्को और नयी दिल्ली में हो रही है.
मोदी के साथ (सीमित और प्रतिनिधिमंडल स्तरीय प्रारुपों में) होने वाली बातचीत में उम्मीद है कि पुतिन यूक्रेन मुद्दे पर अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगी देशों द्वारा रुस के खिलाफ लगाये गए प्रतिबंधों को कम करने के उद्देश्य से ‘समय की कसौटी पर परखे’ अपने पुराने सहयोगी भारत के साथ आर्थिक संबंधों को और बढाने की मांग करेंगे.
पुतिन और मोदी के बीच होने वाला यह पहला वार्षिक शिखर सम्मेलन होगा. दोनों नेताओं के बीच ब्राजील में गत जुलाई में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और पिछले महीने आस्ट्रेलिया में जी.20 शिखर सम्मेलन के इतर भी मुलाकात हुई थी.