नयी दिल्ली: रिलायंस इंडस्टरीज ने सरकार के साथ अपने केजी-डी6 क्षेत्र की लागत वसूली विवाद में ब्रिटेन के पूर्व जज सर बर्नार्ड रिक्स का नाम पंच के रुप में दिया है. रिक्स की नियुक्ति देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एस पी भडूचा के स्थान पर की गई है, जिन्होंने पिछले हफ्ते इस जिम्मेदारी से अपने को अलग कर लिया था.
मामले से जुडे सूत्रों ने कहा कि रिलायंस इंडस्टरीज ने रिक्स का नाम पंच के रुप में दिया है, जो हाल में वहां की अपीलीय अदालत के लार्ड जस्टिस के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. उनके पास वाणिज्यिक व अपीलीय अदालत का 20 साल का अनुभव है.
रिक्स तीन सदस्यीय पंचाट समिति के साथ बैठेंगे.इस समिति के प्रमुख ऑस्ट्रेलिया उच्च न्यायालय के पूर्व जज माइकल किर्बी हैं, जिनकी नियुक्ति उच्चतम न्यायालय द्वारा तटस्थ पंच के रुप में की गई है. यह समिति इस बात का निर्णय करेगी कि क्या कृष्णा गोदावरी थोले की अपतटीय केजी-डी6 गैस परियोजना में सरकार द्वारा निर्धारित उत्पादन के लक्ष्य से कम उत्पादन रहने के कारण कंपनी को परियोजना के विकास पर 2.3 अरब डालर के खर्च की उत्पादन से निकासी करने की अनुमति नहीं देना सही है.
सरकार ने इस पंचों की इस समिति में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश वी एन खरे को अपनी ओर से नामित किया है.सूत्रों ने बताया कि भडूचा ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया था.सरकार ने उनके नाम को चुनौती देते हुए कहा था कि भडूचा ने रिलायंस के साथ अपने पूर्व के संबंधों का पूरी तरह खुलासा नहीं किया है.