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तृणमूल कांग्रेस लोकसभा से वाकआउट, सरकार पर लगाया सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप
नयी दिल्ली : सारधा चिट फंड मामले में गिरफ्तार तृणमूल के सांसदों के मुद्दे पर आज तृणमूल ने सदन से वाकआउट कर लिया. तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया. गौरतलब है कि सारधा मामले में कुछ दिन पहले ही पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा को गिरफ्तार किया […]
नयी दिल्ली : सारधा चिट फंड मामले में गिरफ्तार तृणमूल के सांसदों के मुद्दे पर आज तृणमूल ने सदन से वाकआउट कर लिया. तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया. गौरतलब है कि सारधा मामले में कुछ दिन पहले ही पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा को गिरफ्तार किया गया था.
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरु होने पर तृणमूल कांग्रेस और अन्नाद्रमुक सदस्य अपनी अपनी मांगों को उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए. तृणमूल सदस्यों ने सारधा चिट फंट मामले में पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया. अन्नाद्रमुक सदस्यों ने रेलवे की परीक्षा में एक सवाल में कथित तौर पर जयललिता का नाम एक मामले के संबंध में शामिल करने के विषय को उठाया. पार्टी ने इस विषय पर सरकार से कार्रवाई करने की मांग की.
संसदीय कार्य मंत्री के जवाब के बाद हालांकि अन्नाद्रमुक सदस्य अपने स्थान पर लौट गए. अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने तृणमूल सदस्य सौगत राय को अपनी बात रखने को कहा लेकिन साथ यह भी कहा कि इसे हमेशा की बात न बनाए. विशेष मामले के रुप में वह उन्हें यह मौका दे रहीं हैं.
सौगत राय ने कहा कि उन्होंने इस विषय पर ध्यानाकर्षण का नोटिस दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि देश की अहम जांच एजेंसी सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि इस विषय में हमारी पार्टी के अध्यक्ष का नाम लिया गया है. हम इसकी निंदा करते हैं. कानूनी विषय को राजनीतिक रंग नहीं दें.
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार सीबीआई का दुरुपयोग नहीं करती है, वह समय गुजर गया जब सरकार सीबीआई का दुरुपयोग करती थी जिस सरकार का आपने :तृणमूल: समर्थन किया था. आप ऐसे व्यक्ति का बचाव नहीं करें जो दागदार हो अन्यथा आपकी छवि भी प्रभावित होगी.
राय ने कहा कि पूर्व में जब सत्तारुढ पार्टी (भाजपा) विपक्ष में थी तब वह सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाती थी. टूजी मामले में उच्चतम न्यायालय की पहल के बाद रंजीत सिन्हा को जांच से हटाया गया.
उन्होंने कहा कि अब पश्चिम बंगाल सरकार को बदनाम करने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. सौगत राय ने कहा, ‘‘ हम मांग करते हैं कि सीबीआई को प्रधानमंत्री के नियंत्रण से मुक्त किया जाए और लोकपाल को सौंप दिया जाए.’’ इस विषय से संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू के जवाब से असंतुष्ट तृणमूल के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया.
उधर अन्नाद्रमुक सदस्यों ने रेल परीक्षा में अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता से जुडे विषय को उठाते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि रेलवे परीक्षा में एक सवाल में गलत ढंग से जयललिता के नाम का जिक्र किया गया है. इस विषय पर सख्त कार्रवाई की जाए. यह अत्यंत आपत्तिजनक है.
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि उनके संज्ञान में यह बात आई है और जिस तरह से नाम शामिल किया गया है, उस विषय में वह रेलवे बोर्ड से बात कर रहे हैं. मुङो समझ नहीं आ रहा कि इसे कैसे शामिल किया गया है. इस सवाल का परीक्षा में कोई औचित्य नहीं था. मंत्री के जवाब के बाद अन्नाद्रमुक सदस्य अपने स्थान पर लौट गए.
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