चंडीगढ़: मर्सीडीज बेंज द्वारा बेचे जाने वाले हरेक तीन में दो कारें कर्ज ले कर खरीदी जाती हैं या लीज पर ली जाती है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने आज यह जानकारी दी.
नये ई-क्लास मर्सीडीज बेंज को नगर में पेश करते हुए कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ इबरहार्ड एच केर्न ने कहा कि भारत में लोगों द्वारा अपने नाम पर कार लेने को तरजीह दिये जाने के बावजूद यहां जील पर कार लेने की प्रथा जोर पकड़ रही है.
उन्होंने कहा, मर्सीडीज बेंज को लीज पर लेने की प्रथा भारत में तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने का कि उसकी लीजिंग में से पांच प्रतिशत निगमित क्षेत्र को जाता है. उन्होंने कहा कि कंपनी के हरेक तीन में दो कार की बिक्री वित्तपोषण अथवा लीज के जरिये हो रही है.
उन्होंने कहा कि कंपनी की देश में अपने उत्पादन सुविधा में 250 करोड़ रपये का निवेश करने की योजना है ताकि अपनी क्षमता को दोगुना किया जा सके. केर्न ने कहा कि कंपनी बाजार की मांग को पूरा करने के लिए अगले वर्ष नये मॉडलों को लाने के लिए तैयार है.
डीलरशिप नेटवर्क के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कंपनी के भारत में 32 शहरों में 57 बिक्रीकेंद्र हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी की इस वर्ष देश भर में अपने डीलरशिप नेटवर्क की संख्या में 10 संख्या और जोड़ने की योजना है.