बेंगलुरू : आइएस का ट्विटर हैंडल संचालित करने के आरोपी मेंहदी मसरूर बिस्वास के संबंध में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में आज बयान दिया.उन्होंनेबताया कि मेंहदी आइएस की बातों को अरबी में पढता था और उसके बाद उसे अंगरेजी में अनुवाद करता था.
सूत्रों के मुताबिक मेहदी के 60% से ज्यादा ट्विटर फॉलोअर गैर-मुस्लिम हैं. इनमें से अधिकतर पश्चिमी देशों के हैं जिसमें इग्लैंड के फॉलोअर मुख्य तौर पर शामिल हैं.
मेंहदी को कॉलेज टाइम से ही सीरिया और अफगानिस्तान में होने वाली घटनाओं में रुचि थी और वो उन पर नजर रखा करता था.मेंहदी कोलकाता के मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता है. वह सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर 2009 से ही जुड़ा हुआ है.
गौरतलब है मेंहदी को शनिवार को आइएस का ट्विटर हैंडल करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था. घटना के बाद मेंहदी के पिता ने कहा था कि उसके बेटे का ट्विटर एकाउंट हैक हो गया है, वहीं इस संबंध में मेहदी की मां ने अपने बयान में कहा था कि उनका बेटा धार्मिक है लेकिन कट्टर नहीं. फिलहाल मेंहदी के माता-पिता से इस संबंध में पूछताछ की जा रही है.
घटना के बाद से ही एनआइए गुजरात पुलिस से संपर्क बनाए हुए है. पुलिस संबंधित ट्विटर को लाइक करने वाले लोगों की पहचना कर रही है. सूत्रों के मुताबिक इन सभी लोगों की उम्र 18 से 30 के बीच हो सकती है.