धर्म परिवर्तन पर सदन में घमासान, शरद यादव ने कहा – देश में हाहाकार और बेचैनी का माहौल
नयी दिल्ली : धर्म परिवर्तन का मामला सरकार की मुश्किलें बढ़ाता जा रहा है. इस मुद्दे की गूंज आज भी सदन में सुनाई दे रही है. विपक्ष के सांसद राज्यसभा में विरोध करते हुए वेल में उतर आए. जबरन धर्मांतरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे […]
नयी दिल्ली : धर्म परिवर्तन का मामला सरकार की मुश्किलें बढ़ाता जा रहा है. इस मुद्दे की गूंज आज भी सदन में सुनाई दे रही है. विपक्ष के सांसद राज्यसभा में विरोध करते हुए वेल में उतर आए.
जबरन धर्मांतरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक आज तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बज कर 20 मिनट पर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
इस मुद्दे पर सरकार ने विपक्ष पर चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार है और विपक्ष ही इससे बच रहा है. उच्च सदन में कांग्रेस, जदयू, सपा, तृणमूल और वाम दलों के सदस्य यह मुद्दा उठा रहे थे. जदयू नेता शरद यादव ने कहा कि देश में हाहाकार और बेचैनी है.
उन्होंने कहा कि सरकार को देखना चाहिए कि सदन के बाहर जो कुछ हो रहा है वह संविधान के विरुद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार को देखना चाहिए कि संसद के बाहर ऐसे बयान न दिए जाएं जिससे संविधान का उल्लंघन हो. इसी बीच, जबरन धर्मान्तरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग के समर्थन में नारेबाजी करते हुए कांग्रेस, जदयू, सपा एवं तृणमूल के सदस्य आसन के समक्ष आ गए. हंगामे के बीच संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब सरकार चर्चा कराने के लिए तैयार है तो विपक्ष उससे क्यों बच रहा है.
नकवी ने कहा कि विपक्ष द्वारा हर दिन संसद की कार्यवाही बाधित करना ठीक नहीं है. देश की जनता इसे देख रही है. उन्होंने विपक्ष से सदन चलने देने की अपील की. हंगामे के बीच नकवी ने विपक्ष पर यह भी आरोप लगाया कि उसके इस व्यवहार में ‘‘पराजय की हताशा’’ झलक रही है.
उप सभापति पी जे कुरियन ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थानों पर लौटने के लिए कहा। इसी बीच, सत्ता पक्ष के कुछ सदस्य खडे हो कर सदन चलने देने की मांग करने लगे. हंगामे के कारण कुरियन ने दोपहर 11 बज कर 10 मिनट पर सदन की बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले आज सदन की बैठक शुरु होते ही माकपा के सीताराम येचुरी ने कहा कि सरकार के मंत्रियों की ओर से कल कहा गया था कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन मनाने के लिए ‘‘सुशासन’’ पर निबंध प्रतियोगिता के मकसद से क्रिसमस पर स्कूल खोलने के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. येचुरी ने कहा कि उनके पास स्कूलों के लिए जारी किया गया परिपत्र मौजूद है और वह उसे सदन के पटल पर रखना चाहते हैं.
दोपहर बारह बजे बैठक फिर शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरु कर दिया. हंगामे के बीच ही सपा के नरेश अग्रवाल ने कहा कि हमने जबरन धमा’तरण मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है. उन्होने कहा कि सदन के बाहर जिस तरह से विभिन्न ‘‘साधु बाबा’’ और भाजपा के कुछ सांसद बयान दे रहे हैं वह ठीक नहीं है. इस पर सत्तारुढ भाजपा के कई सदस्यों ने विरोध जताना शुरु कर दिया. इसके जवाब में कांग्रेस, जदयू, सपा और तृणमूल के सदस्यों ने आसन के समक्ष आ कर नारेबाजी शुरु कर दी.
हंगामे के दौरान दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि विपक्ष जो कर रहा है वह राजनीतिक रुप से प्रेरित है. सरकार जब चर्चा कराने के लिए तैयार है तो विपक्ष चर्चा से क्यों बच रहा है. उप सभापति ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर वापस लौट जाने की अपील करते हुए कहा ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. आपके असंयमित व्यवहार से मैं बहुत दुखी हूं.’’
उन्होंने कहा कि संसद चर्चा करने की जगह है, नारेबाजी करने की नहीं.‘‘आप जो कर रहे हैं वह अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा है.’’ कुरियन ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से उनके स्थानों पर लौटने के लिए बार बार कहा. लेकिन अपनी अपील का कोई असर होते न देख उन्होंने बैठक को दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. गौरतलब है कि कल भी कथित जबरन धमा’तरण मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बार बार स्थगित हुई थी और दोपहर करीब तीन बजे बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था.
गौरतलब है कि आगरा में हिंदू युवा जागरण मंच द्वारा 57 मुस्लिम परिवारों को हिंदू बनाने और 25 दिसंबर को अलीगढ़ में पांच हजार लोगों के धर्मांतरण की घोषणा को लेकर पिछले कई दिनों से विपक्ष सदन में हंगामा कर रहा है.
लोकसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकी संगठन आइएसआइएस को बढ़ने नहीं दिया जाएगा. इसको प्रतिबंधित कर दिया गया है.उन्होंने कहा कि आइएस की गतिविधियों पर हमारी पैनी नजर है. हम भारत में इसे किसी भी सूरत में पनपने नहीं देंगे.
सदन शुरू होने से पहले से ही टीएमसी सांसद सीबीआइ के गलत उपयोग करने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है.