लोकसभा में उठी किन्नरों से भेदभाव खत्म करने की मांग
नयी दिल्ली : लोकसभा में आज यौन अल्पसंख्यकों (किन्नरों) का मुद्दा उठाते हुए उनको समाज की मुख्यधारा में शामिल करने की मांग की गई और कहा गया कि यौन अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे भेदभावों को खत्म करने के उपाय किए जाने चाहिए. भाजपा की शोभा करांदलाजे ने शून्य काल में यह मुद्दा उठाते हुए […]
नयी दिल्ली : लोकसभा में आज यौन अल्पसंख्यकों (किन्नरों) का मुद्दा उठाते हुए उनको समाज की मुख्यधारा में शामिल करने की मांग की गई और कहा गया कि यौन अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे भेदभावों को खत्म करने के उपाय किए जाने चाहिए.
भाजपा की शोभा करांदलाजे ने शून्य काल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि ये यौन अल्पसंख्यक सदियों से उपेक्षा और तिरस्कार का जीवन व्यतीत कर रहे हैं. उन्होंने इनके रोजगार और शिक्षा की उचित व्यवस्था करने को कहा.
माकपा के ए संपत ने उच्चतम न्यायालय की क्षेत्रीय पीठें गठित करने की मांग की. उन्होंने केरल उच्च न्यायालय की एक पीठ तिरुअनंतपुरम में भी गठित करने का सुझाव दिया.
राकांपा के मुहम्मद फैजल ने लक्षद्वीप में पर्यटन को बढावा देने की मांग करते हुए कहा कि वहां लोगों की आवाजाही पर लगे कुछ अंकुशों को हटाया जाए. भाजपा के उदित राज ने अन्य राज्यों, खासकर राजस्थान से दिल्ली में नौकरी के लिए आने वाले अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों को आरक्षण देने की मांग की.
आप के धर्मवीर गांधी ने विदेशों में रह रहे पंजाब के प्रवासियों की प्रदेश में संपत्तियों को भू-माफिया द्वारा कब्जा किए जाने का मामला उठाते हुए सरकार से संरक्षण देने को कहा.