वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी सरकार : मोदी
नयी दिल्ली : कुछ भाजपा सांसदों के विवादास्पद बयानों की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पार्टी सुशासन और विकास के मुद्दे से न भटकी है और न किसी को भटकने देगी. मोदी ने सख्त लहजे में यह बात ऐसे समय में कही जब भाजपा के कुछ सांसदों के धर्मांतरण एवं महात्मा […]
नयी दिल्ली : कुछ भाजपा सांसदों के विवादास्पद बयानों की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पार्टी सुशासन और विकास के मुद्दे से न भटकी है और न किसी को भटकने देगी.
मोदी ने सख्त लहजे में यह बात ऐसे समय में कही जब भाजपा के कुछ सांसदों के धर्मांतरण एवं महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताए जाने संबंधी विवादास्पद बयान आए हैं. इन बयानों से विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका मिला है और संसद का कामकाज बाधित हो रहा है.
सूत्रों ने बताया कि भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी और सरकार सुशासन तथा विकास के मुद्दे से न भटकी है और न किसी को भटकने देगी. उन्होंने कहा कि सरकार को विकास के एजेंडे से नहीं भटकना चाहिए और ऐसे काम करने चाहिए जिनके वास्तविक परिणाम दिखाई दिया जाने चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी सांसदों को बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के तौर पर मनाया जाएगा और इस अवसर पर कई कार्यक्रमों के साथ ही गोष्ठियां और परिचर्चाएं आयोजित होंगी.
उन्होंने कुछ दिन पहले वाजपेयी के जन्मदिवस को सुशासन दिवस के रुप में मनाने की घोषणा की थी और कहा था कि वाजपेयी के नेतृत्व में पूर्व की राजग सरकार के कार्यो को यह सरकार आगे बढायेगी.
इसके साथ ही शासन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लोगों से सुझाव मांगे जायेंगे और वाजपेयी के नेतृत्व वाली पूर्व राजग सरकार के छह वर्षो के कार्यकाल पर लिखित सामग्री वितरित की जायेगी.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि संसद भवन परिसर के पुस्तकालय भवन में भाजपा संसदीय दल की बैठक के दौरान कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि समाज सेवा से जुडे कार्यो के तहत स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये जायेंगे, रक्तदान कार्यक्रम एवं कंबल वितरण कार्यक्रम भी आयोजित होंगे.
भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली और संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने संसद में विपक्ष की ओर से बनाये गए गतिरोध के बारे में विचार व्यक्त किये.
जेटली ने कहा कि सरकार विधेयक पास कराने को उत्सुक है और विपक्ष के एजेंडे के आगे नहीं झुकेगी. विपक्ष सत्र का समय बर्बाद करना चाहता है.
बैठक के बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्ष कोई चर्चा नहीं करना चाहता है और वर्तमान सत्र को बर्बाद करना चाहता है. उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार को विधायी कार्य नहीं करने देना चाहता है जिसके लिए सरकार उत्सुक है.
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी सहित लगभग सभी पार्टी सांसद मौजूद थे.