चंडीगढ़: देश की बढ़ती आबादी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की धुंधली तस्वीर का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक सार्वभौम पहुंच को आर्थिक विकास की जरुरी शर्त बताया.
अंसारी ने कहा, ‘‘ समावेशी विकास और राष्ट्र निर्माण स्वस्थ आबादी के बुनियादी अवयव हैं. स्वास्थ्य सेवा तक सार्वभौम पहुंच न केवल सामाजिक आवश्यक्ता है बल्कि यह आर्थिक विकास और समृद्धि के लिए जरुरी शर्त भी है.’’ स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के 51वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ बीमार आबादी हमारे समाज पर भारी सामाजिक और आर्थिक भार डालती है और सतत विकास के मार्ग को बाधित करती है.’’
अंसारी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थसेवा प्रदान करने के लिए चिकित्सा विज्ञान एवं स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काफी उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद देश की बढ़ती आबादी के स्वास्थ्य के संदर्भ में स्थिति अब भी धुंधली है. इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं शोध संस्थान को संगरुर और फिरोजपुर में क्रमश: 300 और 100 बिस्तरों का केंद्र स्थापित करने को मंजूरी दी गई है. संगरुर में इसका विस्तार करके बाद में 500 बिस्तरों का किया जायेगा.