धर्मांतरण को लेकर अरविंद केजरीवाल ने मांगा नरेंद्र मोदी से जवाब

नयी दिल्ली: धर्मान्तरण के मुद्दे पर एक नयी बहस छिड़ी हुई है. दिल्ली में विधानसभा चुनाव की नये सिरे से तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी भी अब धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से अपना रुख साफ करने की मांग कर रही है. आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने जबरन धर्मांतरण के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2014 4:25 PM

नयी दिल्ली: धर्मान्तरण के मुद्दे पर एक नयी बहस छिड़ी हुई है. दिल्ली में विधानसभा चुनाव की नये सिरे से तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी भी अब धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से अपना रुख साफ करने की मांग कर रही है. आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने जबरन धर्मांतरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जवाब मांगा लेकिन कानून बनाने के सवाल पर चुप्पी साध ली.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करने की मांग करते हुए कहा,जनता के लिए इस मुद्दे पर उनकी राय जानना जरुरी है. केजरीवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को धर्मांतरण के मुद्द पर अपना रुख और दृष्टिकोण स्पष्ट करना चाहिए कोई विपक्ष के साथ सत्तारुढ दल की भूमिका नहीं निभा सकता. जनता उनका रुख जानना चाहती है.’’ दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा विकास का वादा करके लोकसभा का चुनाव जीतकर सरकार बना चुकी है, लेकिन वह अपने वादों को पूरा करने में नाकाम रही है.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘वह विकास के आधार पर जीते. उन्होंने वादा किया था कि ‘अच्छे दिन’ आएंगे. पिछले छह महीने में वह लव जिहाद और धर्मांतरण के बारे में बात कर रहे हैं. विकास कहां है?’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले तीन दशक से अधिक समय से सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए थे, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद सांप्रदायिक दंगे हुए. उन्होंने कहा कि अगर जनता को पता होता कि यह सब होने वाला है तो उसने इसे कभी वोट नहीं दिया होता.
आम आदमी पार्टी के नेता से जब पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी यदि सत्ता में आई तो धर्मांतरण विरोधी कानून की हिमायत करेगी, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.

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