बारिश से नदियां फिर उफान पर

लखनऊ: जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से उत्तर प्रदेश में घाघरा, शारदा, क्वानो और राप्ती समेत अनेक नदियां एक बार फिर उफान पर हैं. गोंडा के परसरपुर इलाके में कल देर रात बारिश के कारण एक मकान ढहने से मलबे में दबकर ज्योति नामक बच्ची की मौत हो गयी और उसकी मां कृष्णावती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2013 1:40 PM

लखनऊ: जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से उत्तर प्रदेश में घाघरा, शारदा, क्वानो और राप्ती समेत अनेक नदियां एक बार फिर उफान पर हैं.

गोंडा के परसरपुर इलाके में कल देर रात बारिश के कारण एक मकान ढहने से मलबे में दबकर ज्योति नामक बच्ची की मौत हो गयी और उसकी मां कृष्णावती तथा भाई शिवा घायल हो गये. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के वाराणसी में 10 सेंटीमीटर, अयोध्या में छह, मिर्जापुर तथा बस्ती में पांच-पांच और गोंडा में चार सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी.राजधानी लखनउ तथा आसपास के जिलों में आज दिन भर रुक-रुक कर भारी वर्षा हुई जिससे जगह-जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी.

इस बीच, केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा के कारण घाघरा, क्वानो और शारदा के अलावा राप्ती तथा बूढ़ी राप्ती नदियों का भी जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान की तरफ बढ़ चला है. क्वानो नदी चंद्रदीपघाट (गोंडा) और मुखलिसपुर (संतकबीरनगर) में अब भी खतरे के निशान से उपर बह रही है. शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में लाल निशान से उपर बना हुआ है.

घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) के साथ-साथ तुर्तीपार (बलिया) में भी एक बार फिर खतरे के निशान से उपर बह रही है जबकि अयोध्या में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक आ गया है.

बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर ककरही (सिद्धार्थनगर) में खतरे के निशान को पार कर गया है जबकि राप्ती नदी का जलस्तर काकरधारी (बहराइच), भिनगा (श्रवस्ती), बलरामपुर, रिगौली (गोरखपुर) तथा बर्डघाट (गोरखपुर) में लाल निशान के नजदीक पहुंच गया है. गंगा नदी फतेहगढ़ में जबकि क्वानो नदी बस्ती में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है.

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