अहमदाबाद: मानव रहित विमानों (यूएवी) की निगरानी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज भगवान जगन्नाथ की 136 वीं रथयात्रा शुरु हुई. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक और पारंपरिक अंदाज में इस रथयात्रा की शुरुआत की.
परंपरा के अनुसार, हाथियों ने सबसे पहले भगवान जगन्नाथ की झलक देखी और जुलूस की अगुवाई करते हुए आगे बढ़े.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रमुख बनाए गए मोदी ने रथ यात्रा के लिए ‘पहिन्द विधि’ संपन्न की जिसका मतलब भगवान जगन्नाथ के रथ के लिए रास्ते की प्रतीकात्मक सफाई करना होता है. इसके बाद भगवान जगन्नाथ, भगवान बलदेव और उनकी बहन सुभद्रा का जुलूस शुरु हुआ.
उन्होंने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें भगवान जगन्नाथ के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद मांगने का मौका बार बार मिलता है.
मंदिर के एक न्यासी ने बताया कि मोदी ने 21 वीं बार परंपरागत ‘पहिंदी विधि’ संपन्न की जो कि एक रिकॉर्ड है.
शहर में अलग अलग करीब 127 जगहों से रथ यात्रा गुजरेगी और सभी जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.मानव रहित दो विमानों द्वारा सुरक्षा निगरानी किए जाने के साथ ही प्रमुख स्थानों पर 20 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि अवांछित घटनाओं को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों की 14 कंपनियां अहमदाबाद में तैनात की जाएंगी. इनमे से 6 कंपनियां बीएसएफ की, 4 आरएएफ की, 2 केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल की और 2 कंपनियों केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की होंगी. बम खोजी एवं निष्क्रिय दस्ते (बीडीडीएस) के आठ दल भी सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा हैं.