चेन्नई : अपनी पार्टी के विधायकों के कथित तौर पर मतदाताओं और व्यापारियों को धमकाने के मद्देनजर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि अनुशासनात्मक समिति इस तरह के मामलों को देखेगी. शाह ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमारी पार्टी एक सुगठित पार्टी है. उसमें अनुशासनात्मक समिति है. अगर कोई घटना होती है तो अनुशासनात्मक समिति इसका संज्ञान लेगी और तब इसपर फैसला करेगी.’’
राजस्थान से नंदलाल मीणा और भवानी सिंह राजावत समेत भाजपा नेताओं से कथित तौर पर जुडी घटनाओं पर उन्होंने कहा, ‘‘अनुशासनात्मक समिति उसपर फैसला करेगी। मैं उस मुद्दे को भी नहीं जानता। लेकिन समिति उसका संज्ञान लेगी और मुद्दे की जांच करेगी.’’
क्या है मामला
भाजपा ने केंद्र से लेकर राज्य तक में सुशासन के नाम पर वोट मांगा. लेकिन, सत्ता में आने के बाद पार्टी के नेताओं की दबंगई ने सबको हैरान कर दिया है. राजस्थान के कोटा के लाडापुरा से भाजपा विधायक भवानी सिंह राजावत पर चुनाव के दौरान वोटरों को धमकाने का वीडियो सामने आया है, तो नैनवां के नगरपालिका के चेयरमैन के डीएसपी से गाली-गलौच करने का.भवानी ने वोट मांगते वक्त वोटरों को फिल्मी अंदाज में धमकाया था. कहा, ‘बस्तीवालों कान खोल के सुन लो. पेटी खुलेगी, तो मुङो पता चल जायेगा कि किसने मुङो वोट दिया और किसने नहीं. अगर मुङो वोट नहीं डाला, तो कोई माई का लाल नहीं बचा पायेगा. सभी के टिन छप्पर उखाड़ कर फेंक दूंगा.’
मामला सामने आया, तो अजब तर्क के साथ सफाई भी पेश कर डाली, ‘सुविधाएं दी हैं, तो उसके बदले वोट क्यों नहीं मांगें.’ डीएसपी को धमकानेवाले नेताजी का नाम है प्रमोद जैन. वीडियो वायरल हुआ, तो जैन ने गजब की सफाई दी. कहा, ‘हम जनप्रतिनिधि हैं. महिलाओं पर अत्याचार हो रहा था. शौच करने जानेवाली महिलाओं पर लाठियां बरस रहीं थीं, तो विरोध करना हमारा फर्ज था. हो सकता है कि भावना में हम अपशब्द कह गये हों, लेकिन इसमें गलत क्या है.’ कोटा के एक विधायक की बदजुबानी पर भाजपा ने कार्रवाई की. अब इनका क्या करेगी!