हेडफ़ोन जो चार्ज करेगा मोबाइल फ़ोन

ब्रिटेन में ग्लासगो के एक डिज़ाइनर ने ऐसा हेडफ़ोन बनाने का दावा किया है जो क्लिक करें सौर ऊर्जा से मोबाइल उपकरणों को चार्ज रखेगा.एंड्रयू एंडरसन ने ऑनबीट हेडफ़ोंस का प्रोटोटाइप तैयार किया है और अपनी इस योजना के लिए निवेश जुटाने के वास्ते इसे ‘किकस्टार्टर‘ नाम की वेबसाइट पर लॉन्च किया है. आम लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2013 8:15 AM

ब्रिटेन में ग्लासगो के एक डिज़ाइनर ने ऐसा हेडफ़ोन बनाने का दावा किया है जो क्लिक करें सौर ऊर्जा से मोबाइल उपकरणों को चार्ज रखेगा.एंड्रयू एंडरसन ने ऑनबीट हेडफ़ोंस का प्रोटोटाइप तैयार किया है और अपनी इस योजना के लिए निवेश जुटाने के वास्ते इसेकिकस्टार्टरनाम की वेबसाइट पर लॉन्च किया है. आम लोगों से चंदे से चलने वाली ये वेबसाइट अनूठे प्रोजेक्ट्स के लिए धन जुटाने में मदद करती है.

एंडरसन को उम्मीद है कि ये हेडफोन अगले साल की शुरुआत में बिक्री के लिए उपलब्ध हो जाएंगे. हेडफोन के बैंड पर एक लचीला क्लिक करें सोलर सेल लगा है जिसकी चार्ज क्षमता 0.55 वाट है. इससे प्राप्त ऊर्जा लीथियम की दो छोटी बैटरियों में संरक्षित की जाती है.

ये बैटरी दोनों ईयरपैड के अंदर हैं और हेडफोन सुनते समय इनसे क्लिक करें मोबाइल उपकरणों को चार्ज किया जा सकता है.

एंडरसन को उम्मीद है कि वो इस हेडफोन का उत्पादन शुरू करने के लिए जरूरी दो लाख पाउंड जुटाने में कामयाब रहेंगे.

प्रोटोटाइप

उन्होंने बीबीसी से कहा, हम अब भी इसके डिज़ाइन और प्रोटोटाइप पर काम कर रहे हैं. हमें इसमें और सुधार की ज़रूरत है.

सोलरपावर का कहना है कि चलने से पैदा होने वाली ऊर्जा से आईफ़ोन को चार्ज किया जा सकता है

एंडरसन ने कहा कि ऐसा हेडफ़ोन बनाने का आइडिया उनके पिता फ्रैंक का था. उन्होंने कहा,

ये बहुत आसान है. आप सोचेंगे कि ऐसा तो पहले ही किया जा चुका है. आप फ़ोन को क्लिक करें चार्ज करने के लिए सोलर चार्जर खरीद सकते हैं लेकिन इससे ऐसा लगता है कि आप दो फ़ोन लेकर घूम रहे हैं.

उपकरणों को चार्ज करने के लिए अक्षय ऊर्जा स्रोतों के इस्तेमाल का आइडिया डेवेलपर्स के बीच लोकप्रिय हो रहा है.

कई आविष्कारक चलने से पैदा होने वाली ऊर्जा को काम में लाने की कोशिश कर रहे हैं. किकस्टार्टर के माध्यम से क्लिक करें अमरीका में एक ऐसी योजना के लिए पैसा जुटाने को कोशिश हो रही है जिसमें जूते के पतावे से बैटरी चार्ज की जा सकेगी.

कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय में इसका प्रोटोटाइप विकसित करने वाले सोलर पावर की टीम का कहना है कि क्लिक करें आईफ़ोन की एक बैटरी को चार्ज करने के लिए ढाई से पांच मील चलना की जरूरत होगी.

सभार बीबीसी

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