बोधगया विस्फोट साम्प्रदायिक धुव्रीकरण बढ़ाने की कोशिश: माकपा
नयी दिल्ली: माकपा ने आज कहा कि बोधगया विस्फोट और इस तरह की हालिया घटनाएं साम्प्रदायिक धुव्रीकरण को लक्षित हैं तथा इस तरह की कोशिशों को पूरी तरह से नाकाम करना चाहिए. माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि बोधगया मंदिर को निशाना बनाना यह जाहिर करता है कि आतंकवादी हमलों के साथ […]
नयी दिल्ली: माकपा ने आज कहा कि बोधगया विस्फोट और इस तरह की हालिया घटनाएं साम्प्रदायिक धुव्रीकरण को लक्षित हैं तथा इस तरह की कोशिशों को पूरी तरह से नाकाम करना चाहिए.
माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि बोधगया मंदिर को निशाना बनाना यह जाहिर करता है कि आतंकवादी हमलों के साथ साथ साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण भी बढ़ता है.
उन्होंने कहा कि बोधगया मंदिर पर नियंत्रण के लिए बौद्ध एवं हिंदुओं के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है. अजमेर शरीफ, मालेगांव और हैदराबाद स्थित मक्का मस्जिद में हुए आतंकवादी हमलों की जांच का हवाला देते हुए उन्होंने कहा इससे यह जाहिर होता है कि कुछ खास हिंदू संगठन जिम्मेदार हैं. एक त्वरित एवं गहन जांच की जरुरत है ताकि दोषियों की पहचान हो सके और उन्हें दंडित किया जा सके.
येचुरी ने माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी के ताजा अंक के संपादकीय में कहा है कि सभी तरह के आतंकवादी हमले चाहे वे कहीं से हों, वे राष्ट्र विरोधी हैं और इस तरह अस्वीकार्य हैं.
येचुरी ने कहा कि 2014 के आम चुनाव को लेकर भाजपा का अपनी पुरानी राह पर लौटना सही संकेत नहीं है. इससे साम्प्रदायिक धुव्रीकरण और बढ़ेगा. यह सभी तरह के आतंकवाद के पोषण के लिए आधार मुहैया करेगा.
भाजपा द्वारा अपने उद्देश्य के लिए सरदार पटेल का हवाला देने की आलोचना करते हुए येचुरी ने कहा कि यह याद करना जरुरी है कि वह पटेल ही थे जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या के बाद आरएसएस को प्रतिबंधित कर दिया था.