नयी दिल्ली: सरबजीत की मौत ने पाकिस्तान की जेल में बंद करीब सात सौ जिंदगियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिये हैं.
पाकिस्तान की जेल में समुद्र से पकड़े गए 400 मछुआरों के अलावा 293 भारतीय नागरिक भी हैं जिनमें आम लोगों के अलावा युद्ध बंदी और लापता सैनिक भी हैं.
21 मार्च को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में सरकार ने बताया था कि करीब 220 लोग और 400 भारतीय मछुआरे पाकिस्तान की जेल में कैद हैं और इनमें से सिर्फ एक ने अपनी सजा पूरी की है. 220 में से एक यानी सरबजीत की मौत हो गई और बचे 219 आम नागरिकों के अलावा 74 सैनिक भी पाकिस्तान की जेलों में सजा काट रहे हैं. इनमें 54 युद्धबंदी और बीस लापता फौजी हैं.
अब विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान की तरफ से जो सूचना दी गई है उसके मुताबिक 215 मछुआरों के अलावा पाकिस्तान की जेलों में सिर्फ 55 भारतीय नागरिक मौजूद हैं.
सरकार कह रही है कि पाकिस्तान की जेलों में 293 भारतीय नागरिक बंद हैं, जबकि पाकिस्तान इनकी संख्या महज 55 बता रहा है.
ऐसे में सवाल ये है कि 238 ऐसे लोग जो पाकिस्तान की जेलों में बंद है और पाकिस्तान जिनकी जानकारी तक नहीं दे रहा. क्या वो सरबजीत जैसी जिंदगी गुजारते रहने को मजबूर होंगे.