नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न दिये जाने के मोदी सरकार के फैसले पर प्रशन्नता जाहिर करते हुए लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि वे मेरे रोल मॉडल हैं. मैं शुरू से उनके जैसा बनना चाहता था. आडवाणी ने कहा कि अटल जी अद्भूत प्रतिभा के धनी हैं. उनकी हिंदी पर पकड़ और आम लोगों से सरल भाषा में संवाद का मैं कायल था.
मैं हमेशा सोचता था कि एक अंग्रेजी माध्यम से पढाई करने के बाद क्या मैं कभी इतनी अच्छी हिंदी बोल पाउंगा. आडवाणी ने कहा कि मैंने अंग्रेजी माध्यम से पड़ाई की है और मैने महाभारत और रामायण जैसे महाग्रंथ भी अपनी मातृभाषा सिंध में पढ़ी है. आडवाणी ने कहा कि अटल जी मेरे उपर काफी भरोसा किया करते थे.
मैंने राजनीति के कई गुर उन्हीं से सीखे हैं. उनको मैं शुरू से अपना आदर्श मानता हूं. देश के प्रधानमंत्री के रूप में उनके कई काम इतिहास में अमर रहेंगे. भारत रत्न पर आडवाणी ने कहा कि अटल जी को काफी पहले ही भारत रत्न मिल जाना चाहिए था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अटल जी को भारत रत्न देने का फैसला सही है और स्वागत योग्य है. एक न्यूज चैनल के इंटरव्यू में आडवाणी ने अपने और अटल जी से जुड़े प्रसंगों की चर्चा की.
ममता ने वाजपेयी को भारत रत्न देने का किया स्वागत
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को ह्यभारत रत्नह्ण देने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया. ममता ने केंद्र के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मैं फैसले का स्वागत करती हूं. हम सभी वाजपेयी जी से बहुत स्नेह रखते हैं और उनका सम्मान करते हैं.’ राष्ट्रपति ने आज पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) और अटल बिहारी वाजपेयी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की घोषणा की.