163 बरस पुरानी टेलीग्राम सेवा बंद
नयी दिल्ली :पिछले 163 साल से भारतीयों की कई पीढि़यों को अच्छी और बुरी खबरें देती आ रही टेलीग्राम सेवा अब बंद हो गयी है. कभी लाखों लोगों से संवाद का सबसे तेज माध्यम कहलाने वाली टेलीग्राम सेवा आज बिना किसी शोरशराबे के इस वादे के साथ बंद हो रही है कि अंतिम टेलीग्राम को […]
नयी दिल्ली :पिछले 163 साल से भारतीयों की कई पीढि़यों को अच्छी और बुरी खबरें देती आ रही टेलीग्राम सेवा अब बंद हो गयी है.
कभी लाखों लोगों से संवाद का सबसे तेज माध्यम कहलाने वाली टेलीग्राम सेवा आज बिना किसी शोरशराबे के इस वादे के साथ बंद हो रही है कि अंतिम टेलीग्राम को संग्रहालय में संरक्षित कर रखा जायेगा.
एसएमएस, ईमेल, मोबाइल फोन की अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी की चमक के आगे फीकी पड़ गई टेलीग्राम सेवा धीरे- धीरे अप्रासंगिक सी हो गयी थी.
इसकी शुरुआत वर्ष 1850 में कोलकाता और डायमंड हार्बर में प्रायोगिक तौर पर की गयी थी. अगले साल ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने इसका खूब उपयोग किया था. वर्ष 1854 में यह सेवा जनता के लिए उपलब्ध करा दी गयी थी.
उन दिनों यह संचार का इतना महत्वपूर्ण माध्यम था कि देश की आजादी के लिए लड़ने वाले क्रांतिकारी अंग्रेजों को संचार से वंचित करने के लिए टेलीग्राम लाइनें ही काट डालते थे.