अब से ऑनलाइन मिलेगा ताजमहल और हुमायूं के मकबरे का प्रवेश टिकट

नयी दिल्ली: अब ताजमहल और दिल्ली का हुमायूं का मकबरा घूमना आसान हो जाएगा. आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर जल्द ही ताजमहल और हुमायूं के मकबरे की टिकट को ऑनलाइन बुक कराई जा सकती है.इसके साथ ही पर्यटन मंत्रालय, आइआरसीटीसी के साथ मिलकर एक ई-टिकटिंग परियोजना को कल जारी करेगा. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2014 5:21 PM
नयी दिल्ली: अब ताजमहल और दिल्ली का हुमायूं का मकबरा घूमना आसान हो जाएगा. आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर जल्द ही ताजमहल और हुमायूं के मकबरे की टिकट को ऑनलाइन बुक कराई जा सकती है.इसके साथ ही पर्यटन मंत्रालय, आइआरसीटीसी के साथ मिलकर एक ई-टिकटिंग परियोजना को कल जारी करेगा. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ‘अब कोई भी ताजमहल और हुमायूं के मकबरे का प्रवेश टिकट आइआरसीटीसी की वेबसाइट से ऑनलाइन बुक करा सकेगा’.
उन्होंने कहा ‘पहले हम ताजमहल और हुमायूं के मकबरे के साथ शुरु करेंगे. बाद में इस परियोजना के तहत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अन्य स्मारकों को भी लाया जाएगा’. ई-टिकट से जहां एक तरफ पर्यटकों का कतार में लगने का समय बचेगा वहीं दूसरी तरफ प्रवेश टिकट की राशि के संग्रहण में भी आसानी होगी.
पर्यटन मंत्री महेश शर्मा कल सुशासन दिवस के उत्सव के भाग के रुप में एक द्विभाषी पर्यटक हेल्पलाइन का भी उद्घाटन करेंगे. यह हेल्पलाइन 1800-111-363 है. यह हेल्‍पलाइन पर्यटकों के साथ होने वाले छेड़छाड़ जैसे मामलों को काबू करने में अहम भूमिका निभाएगा .
अधिकारी ने बताया कि प्रारंभ में इस पर हिंदी और अंग्रेजी भाषा में सहायता उपलब्ध होगी. बाद में इस सेवा का विस्तार 10 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में किया जाएगा. जिसमें रुसी, जर्मन, फ्रेंच और स्पेनिश भाषा सम्मिलित है. पर्यटकों के साथ छेड़छाड़ और परेशान करने की शिकायतों के बीच लंबे समय से एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन की जरुरत महसूस की जा रही थी.
इसी के साथ विदेशी पर्यटकों के लिए एक ‘वेलकम कार्ड’ भी जारी किया जाएगा. यह अपने तरह का पहला ऐसा कार्ड होगा. अधिकारी ने बताया ‘यह कार्ड विदेशी पर्यटकों को उनके भारत आने पर दिया जाएगा. यह उन्हें हवाईअड्डे पर ही प्रदान किया जाएगा’.इस वेलकम कार्ड में कई आपातकालीन नंबर और हेल्पलाइन का नंबर अंकित होगा. इस पर ‘नमस्ते, अतुल्य भारत में पधारने पर आपका स्वागत है. अपने आगंतुक के रुप में आपको पाकर हम धन्य हुए’ संदेश लिखा होगा.
इसी के साथ स्मारकों की स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय ‘स्वच्छ स्मारक, स्वच्छ भारत’ अभियान को भी जारी करेगा. इसके अतिरिक्त 12 पृष्ठों का एक 2015 का अतुल्य भारत कैलेंडर भी जारी किया जाएगा जिसमें कई स्मारकों की पेंटिंग्स होंगी.

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