जम्मू कश्मीर में सरकार गठन की तैयारी में भाजपा, जितेंद्र सिंह बन सकते हैं सीएम
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में सरकार गठन को लेकर कई कयास लगाये जा रहे है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा के बीच यह बात सामने आयी है कि पीडीपी और भाजपा के बीच गंठबंधन हो सकता है. ऐसे में भाजपा और पीडीपी के बीच 3-3 साल के समीकरण पर भी सहमती बन सकती है. इन […]
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में सरकार गठन को लेकर कई कयास लगाये जा रहे है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा के बीच यह बात सामने आयी है कि पीडीपी और भाजपा के बीच गंठबंधन हो सकता है. ऐसे में भाजपा और पीडीपी के बीच 3-3 साल के समीकरण पर भी सहमती बन सकती है.
इन सब के बीच पीएमओ राज्यमंत्री और उधमपुर से सांसद जितेंद्र सिंह को जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनाने की खबरें भी आ रही हैं. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पीडीपी और भाजपा जम्मू कश्मीर में 3-3 साल वाले फार्मूले पर सरकार बना सकती है.
जिसके तहत पहले तीन साल में मुख्यमंत्री भाजपा का होगा और बाद के तीन साल पीडीपी की ओर से मुख्यमंत्री बनाया जायेगा. हालांकि कलतक भाजपा और उमर अब्दुल्लाह की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के बीच गंठबंधन की खबरें भी आ रही थी. लेकिन कल ही देर शाम उमर ने ट्वीट कर इस बात से इनकार किया है कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ गंठबंधन कर सकती है.
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि अमित शाह जम्मू कश्मीर में सीएम चुनने के लिए अधिकृत किये गये हैं. जितेंद्र सिंह अमित शाह की ही पसंद हैं. अगर जितेंद्र सिंह जम्मु कश्मीर के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह वहां के पहले गैर मुस्लिम मुख्यमंत्री होंगे.
हालांकि नेशनल कांफ्रेंस और भाजपा में समझौते के लिए नेशनल कांफ्रेंस के पांच विधायकों ने बगावती सुर दिखाये हैं. 58 वर्षीय जितेंद्र सिंह पेशे से डॉक्टर हैं और वे ऊधमपुर से बीजेपी सांसद हैं. जम्मू कश्मीर में पीडीपी को 28 सीटें मिली हैं तो बीजेपी 25 सीटें जीत पाने में कामयाब रही है. कांग्रेस 12 और उमर की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें जीती हैं.
दूसरी ओर झारखंड में बहुमत हासिल कर चुकी भाजपा सरकार गठन की तैयारी में है. सरकार गठन की अंतिम प्रक्रिया आज उस समय पूरी हो जायेगी जब भाजपा के नव निर्वाचित विधायक विधयक दल का नेता चुनेंगे. आज होने वाली बैठक में केंद्र की ओर से पर्यवेक्षक के रूप में जेपी नड्डा और विनय सहस्त्रबुद्धे शामिल होंगे.
झारखंड में भाजपा प्लस को 42 सीटें मिली हैं. भाजपा की ओर से सीएम की रेस में सबसे आगे रघुवर दास है. पिछली सरकारों में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री रहे अर्जुन मुंडा ने स्पष्ट कर दिया है कि वे सीएम की रेस में नहीं हैं. अर्जुन मुंडा इस बार के विधानसभा चुनाव में अपनी सीट भी गंवा चुके हैं. अब अगर रघुवर दास को सीएम के रूप में चुना जाता है तो वे झारखंड के पहले गैर आदिवासी सीएम होंगे.