नयी दिल्लीःपुणे में गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी के हमले से कांग्रेस तिलमिला गई है. खासतौर पर बुर्के वाले बयान से कांग्रेस गुस्से में है. कल मोदी ने पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज में भाषण के दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था. मोदी ने कहा था कि जब भी संकट का समय आता है तो कांग्रेस सेक्युलरिज्म के बुर्के में छिप जाती है.
सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने ट्विटर के जरिए इसका जवाब देते हुए कहा कि सेकुरिज्म का बुर्का सबको साथ लेकर चलता है, लेकिन सांप्रदायिकता का पहिया कुत्ते के बच्चे को भी कुचल देता है. अगर कोई पपी आपकी कार के नीचे आ जाता है तो आपके पास दो विकल्प हैं. पहला ये कि उसे दुलार करें और दूसरा उसे दोबारा कुचल दें. जो आदमी दूसरा काम करता हो उसे आप क्या कहेंगे.
वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि सेक्युलरिज्म की भाषा मोदी जी की क्या है, वो हम सुनना चाहेंगे. जो अब तक आडवाणी जी और पार्टी की तो है एक धर्म, एक देश और एक कल्चर. कांग्रेस पार्टी मानती है सर्वधर्म समभाव. मोदी जी के बारे में ज्यादा ना पूछा करें क्योंकि मैं उन्हें तरजीह नहीं देना चाहता.
वहीं कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा अगर मोदी संविधान में दिए गए शब्दों का मजाक बनाते हैं तो इससे साफ होता है कि उनकी संविधान में कोई आस्था नहीं है. जिस पार्टी ने देश के लिए इतने सालों से कुर्बानी दी, वो क्या पैसा कमाने के लिए था? भारत की जनता को देखना चाहिए कि इस तरह का व्यक्ति भारत के सर्वोच्च पद पर जाने के लायक है कि नहीं.
कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा कि मोदी को जरूरत से ज्यादा पब्लिसिटी देने की कोशिश की जा रही है. इस तरह के भाषण पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता हूं. वो केवल एक पार्टी के प्रचारक हैं. उनके झूठ पर कोई रिएक्शन नहीं देना चाहता हूं. हम रिएक्शन नहीं बल्कि एक्शन वाली पार्टी हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने मोदी पर निशाना साधते हुये कहा कि बाहर से महाराष्ट्र में आनेवाले लोग हमें शिक्षा का पाठ ना पढाएं. मोदी सबसे पहले गुजरात की सारक्षता दर महाराष्ट्र के सारक्षता दर जिताना बनाने की कोशिश करें. मोदी के आने के नाम भर से ही उनके सहयोगी दल भाग जाते हैं.
बीजेपी से जुड़े रह चुके सुधींद्र कुलकर्णी ने भी मोदी को निशाना बनाया. कुलकर्णी ने कहा कि बुर्का शब्द का इस्तेमाल किसी भी तरह उचित नहीं है.