सुषमा स्वराज रविवार से दक्षिण कोरिया की यात्रा पर

नयी दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रविवार से दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जा रही हैं. उनकी इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान भारत व दक्षिण कोरिया के बीच परमाणु उर्जा, व्यापार एवं निवेश तथा रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर विचार विमर्श किया जाएगा. सुष्मा सोल में संयुक्त आयोग की आठवीं बैठक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2014 9:06 PM

नयी दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रविवार से दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जा रही हैं. उनकी इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान भारत व दक्षिण कोरिया के बीच परमाणु उर्जा, व्यापार एवं निवेश तथा रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर विचार विमर्श किया जाएगा.

सुष्मा सोल में संयुक्त आयोग की आठवीं बैठक की सह अध्यक्षता दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री यून बयुंग-से के साथ करेंगी. बैठक में द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से चर्चा होगी तथा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर विचार किया जाएगा.

भारतीय विदेश मंत्री देश के तीव्र आर्थिक वृद्धि को प्राथमिकता दिए जाने के सरकारी प्रयासों के तहत कोरियाई कंपनियों को ‘मेक इन इंडिया’ पहल में बडे पैमाने पर भागीदारी करने के लिए आमंत्रित कर सकती है. वह वहां के निवेशकों को भारत में निवेश बढाने के लिए आकर्षित करने का प्रयास करेंगी.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि सरकार इसकी ‘बडी इच्छुक’ है कि कोरियाई जहाज विनिर्माण कंपनियां रक्षा क्षेत्र सहित भारत की जहाज विनिर्माण गतिविधियों में शामिल हों जिसमें 49 प्रतिशत तक विदेशी भागीदारी की छूट है.

उन्होंने कहा,‘हम रक्षा विनिर्माण के लिए संयुंक्त उप्रकमों में तथा हमारे रक्षा खरीद कार्य्रकमों में भागीदारी के लिए कोरियाई भागीदारी का स्वागत करते हैं. हमारा मानना है कि इस तरह से देशों देशों के बीच इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में सहयोग का एक नया परिवेश तैयार होगा.

’उन्होंने कहा कि सुष्मा व कोरियाई नेताओं की बातचीत में परमाणु उर्जा क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा होने की संभावना है क्योंकि दोनों देश संभावित सहयोग के क्षेत्रों को पहले ही चिन्हित कर चुके हैं.फिलहाल 300 कोरियाई कंपनियों ने भारत में लगभग तीन अरब डालर का निवेश किया हुआ है और भारत में उनके कर्मचारियों की संख्या लगभग 40,000 है.

सुष्मा अपनी इस यात्रा में दक्षिण कोरिया के रक्षा, व्यापार, उद्योग एवं उर्जा मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगी. वे दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पार्क जेउन-हई से भी भेंट करेंगी.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अकबरुद्दीन ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार में बकाये की स्थिति इस समय दक्षिण कोरिया के पक्ष में झुकी है. स्वराज वहां इस मुद्दे को भी उठाएंगी.दोनों देशों के बीच सालाना द्विपक्षीय व्यापार इस समय 16 अरब डालर के आसपास है. भारतीय कंपनियों ने दक्षिण कोरिया में लगभग दो अरब डॉलर का निवेश किया है.

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