खुफिया जानकारी के बावजूद असम सरकार ने उग्रवादी हमला रोकने का प्रयास नहीं किया : भाजपा

नयी दिल्ली: भाजपा ने आज असम की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि खुफिया रिपोर्ट होने के बावजूद उसने राज्य के कोकराझार और सोनीतपुर में उग्रवादी एनडीएफबी के हमलों से आदिवासियों को बचाने के लिए कोई पूर्व कार्रवाई नहीं करके अपने कर्तव्य के निर्वहन के प्रति घोर लापरवाही बरती है. पार्टी के सचिव सिद्धार्थ नाथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2014 6:09 PM

नयी दिल्ली: भाजपा ने आज असम की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि खुफिया रिपोर्ट होने के बावजूद उसने राज्य के कोकराझार और सोनीतपुर में उग्रवादी एनडीएफबी के हमलों से आदिवासियों को बचाने के लिए कोई पूर्व कार्रवाई नहीं करके अपने कर्तव्य के निर्वहन के प्रति घोर लापरवाही बरती है.

पार्टी के सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह से आज यहां उक्त आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘आतंक के प्रति असम सरकार का रवैया संवेदनहीन है जिसके चलते कोकराझार और सोनीतपुर जिलों में 23 दिसंबर को हुए नरसंहार ने 75 लोगों की जान ले ली. यदि राज्य सरकार ने गुप्तचर ब्यूरो (गुवाहाटी) और असम पुलिस की विशेष शाखा द्वारा की गई खुफिया रिपोर्ट पर गौर करते हुए कार्रवाई की होती तो इन हमलों से बचा जा सकता था.’’

उन्होंने दावा किया कि इन खुफिया रिपोर्ट में स्पष्ट और विश्वसनीय जानकारी दी गई थी कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड (सोंगबीजीत) इन दो जिलों में आदिवासियों पर नृशंस हमला करने की योजना बना रहा है. सिंह ने कहा कि यह खुफिया रिपोर्ट हमले से पहले 22 दिसंबर और फिर 23 दिसंबर की सुबह दी जा चुकी थी.

उन्होंने कहा कि अपनी गलती मानने की बजाय राज्य सरकार यह गलतबयानी कर रही है कि वह समय पर कार्रवाई इसलिए नहीं कर सकी क्योंकि 23 तारीख की सुबह जो खुफिया जानकारी मिली वह गुमराह करने वाली थी.

भाजपा नेता ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री अपनी सरकार के इस संवदेनहीन रवैये के बारे में प्रमाणिक सफाई दें अन्यथा यह माना जाएगा कि इस नरसंहार पर उनकी स्वीकृति थी.

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