लखनऊ : समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को 1990 में अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने के अपने फैसले पर पछतावा है. हालांकि मुलायम का कहना है कि उनके पास इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं था.
एक इंटरव्यू में मुलायम ने कहा कि वो एक दर्दनाक फैसला था, लेकिन मेरे पास उस समय कोई और दूसरा विकल्प नहीं बचा था. यह देश की अखंडता का सवाल था. ग्यारह लाख से ऊपर कारसेवक विवादित परिसर के पास जमा हो गए थे. उस समय देश में शांति बनाए रखने के लिए जो सबसे सही फैसला था, वहीं मैंने किया.