नयी दिल्ली : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की दुबई के एक रियल स्टेट एजेंट से हुई बातचीत विदेशी खुफिया एजेंसियों ने रिकार्ड की है. टेप की गयी बातचीत से दाऊद का लोकेशन करांची शहर के क्लिफटन रोड से मिली है. इसका खुलाशा एक न्यूज वेबसाइट न्यूज मोबाइल डॉट इन ने अपनी खबर में किया है. मालूम हो कि भारतीय खुफिया एजेंसियां पहले ही यह कहती रही हैं कि दाऊद ने करांची में ठिकाना बना रखा है, जहां से वह अपनी गतिविधियां चलाता है. जबकि पाकिस्तान लगातार झूठ बोलता रहा है कि दाऊद उसके देश में नहीं है.
इस टेप के सामने आने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी पाकिस्तान पर दाऊद को भारत को सौंपने के लिए दबाव बना दिया है. साथ ही यह संकेत भी दिया है कि सरकार इस मामले में गभीरता से आगे पहल कर रही है.
मुंबई में 1992 के बाद हुए धमाकों के बाद से ही भारतीय एजेंसियां दाऊद को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं. वह भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल है. पूर्व में भी भारत ने पाकिस्तान से औपचारिक अनुरोध कर भी दाऊद को लौटाने को कहा है, लेकिन पड़ोसी मुल्क दाऊद की मौजूदगी से ही इनकार करता रहा है.
वेबसाइट न्यूजमोबाइल डॉट इन ने अपनी खबर में पाकिस्तान के उस झूठ को खुलासा करने का दावा किया है, जिसमें वह कहता है कि दाऊद पाकिस्तान में नहीं है. वेबसाइट ने दावा किया है कि उसका यह टेप पश्चिमी के कूटनीतिक स्रोत पर आधारित है. इससे पता चलाता है कि दाऊद कैसे अपने अरबों रुपये का दुनिया भर में फैले कालेकारोबार के साम्राज्य का पाकिस्तान से संचालन करता है.
इस टेप में दाऊद जावेद नामक शख्स से बात करता सुनाई पड़ता है, जो दुबई में उसका बिजनेस मैनेज करता है. टेप में दाऊद अपनी तुलना प्रधानमंत्री से करते हुए सुनाई पड़ता है. वह कहता है उसके आदमी उसकीं आंख और मंुह हैं. वे सभी देखते हैं और मुझे बताते हैं कि क्या किया जाना चाहिए और क्या नहीं किया जाना चाहिए. मैं तो यहां बैठा हूं. पूरी दुनिया से मैं जानकारी लेता हूं और वह जानकारी अपने आप में गलत होती है तो मैं गुमराह होता हूं. वह कहता है – आखिर प्रधानमंत्री हर जगह तो नहीं जाता, लोग उसके पास आते हैं और क्या हो रहा है और उसे क्या निर्णय लेना चाहिए.
कुख्यात डॉन बातचीत में अपना निर्देश जारी करता है. वहा कहता है कि इस रास्ते पर चलने की जरूरत है. वह कहता है अगर मेटेरियल बेचा जाता है उसकी 25 प्रतिशत हिस्सेदारी अगल कर देनी चाहिए. इसके बिना हम उसे बेचने की इजाजत नहीं दे सकते हैं. वह पूछता भी है कि समझ रहे हो न. वह कहता है कि तुम भी कंपनी के हिस्सा हो और नुकसान झेलने के लिए तैयार रहो.
दाऊद इस टेप में यह कहता भी सुना जाता है कि मैं जज हूं, मैं किसी अदालत में नहीं जाता. मैं खुद अपनी अदालत हूं और मैं अपने केस का खुद जज हूं. मैं न तो किसी के लिए कोई अन्याय करता हूं और न ही इसे बरदास्त करता हूं.
वह कहता है कि मुझे मालूम है कि सूचना कैसे मिलती है, मैं तुम्हारे बारे में एक बच्चे जैसा सोचता हूं. मैंने तुम्हें पहले भी यह बताया है. वह कहता है कि सबसे जरूरी यह है कि तुम यह समझो को मैं क्या कह रहा हूं.