हैदराबाद : धर्म परिवर्तन का मुद्दा सरकार के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. इसपर बयानों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद् के वरिष्ठ नेता प्रवीण तोगडिया ने कहा कि दूसरे धर्म के जो लोग हिंदू धर्म में लौटना चाहते हैं उनका स्वागत किया जाएगा.
इससे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिंदू जागरण मंच के प्रांत प्रचारक राजेश्वर सिंह के अलीगढ़ में 25 दिसंबर को बड़ी संख्या में घर वापसी के कार्यक्रम के एलान के बाद सरकार को विपक्ष ने घेरा जिसके बाद राज्यसभा नहीं चल पाया. अंतत: इस कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा. इसके बाद कयास लगाए जा रहेथे कि फिलहाल यह मुद्दा नहीं उठेगा लेकिन रविवार को तोगडिया ने इस मुद्दे को उठाकर एक बार फिर धर्म परिवर्तन को हवा दे दी है.
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम एक भी हिंदू का धर्म परिवर्तन नहीं होने देंगे. भारत में जो भी मुसलमान और ईसाई, हिंदुओं के वंशज हैं उनमें से कोई अगर हिंदू धर्म में लौटना चाहता है तो हम उन्हें वापस लाने को तैयार हैं. कुछ लोगों ने मुगलों के शासन में धर्म परिवर्तन कर लिया जबकि कुछ ने विक्टोरिया के शासनकाल में. अब वापस लौट आईए, देश में फिर से विजयनगर साम्राज्य का गठन होने जा रहा है.’’ तोगडिया यहां आयोजित ‘हिंदू शक्ति संगमम’ को संबोधित कर रहे थे जिसे विश्व हिंदू परिषद् की स्वर्ण जयंती समारोहों के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रतिबद्ध हैं कि हिंदुओं का सम्मान बरकरार रहे. इस देश में अगर एक भी हिंदू का धर्म परिवर्तन होता है तो इसका मतलब है कि हमारा सम्मान नहीं है. हम सुरक्षा एवं समृद्धि चाहते हैं. सुरक्षा का मतलब है कि हम हिंदू आबादी को नहीं घटने देंगे. हम एक भी हिंदू का धर्म परिवर्तन नहीं होने देंगे. देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की जरुरत है और चार पत्नियों की व्यवस्था को खत्म किया जाए.’’
तोगडिया ने कहा कि देश में रह रहे तीन करोड बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाल दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘एक समय था जब सब हिंदू थे. भारत में भी हर कोई हिंदू था. बांग्लादेश में 30 फीसदी हिंदू थे जो कम होकर आठ फीसदी रह गये. पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 10 फीसदी से घटकर एक फीसदी रह गई है.
भारत में अब केवल 82 फीसदी लोग हिंदू हैं. हिंदुओं की आबादी घट रही है. हमारी मातृभूमि पर हमारी आबादी घट रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम ‘लव जिहाद’ बर्दाश्त नहीं करेंगे. छुआछूत हिंदुओं पर धब्बा है. हमारी प्रतिबद्धता है कि कोई भी हिंदू भूखा नहीं मरे, उसे काम और स्वास्थ्य की सुविधाएं मिलें.’’ विहिप नेता ने तेलंगाना सरकार के निर्णय का विरोध किया कि मुस्लिमों को 12 फीसदी आरक्षण दिया जाए.
उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां इस घटना का उत्सव मनाने नहीं आए हैं. हम तभी उत्सव मनाएंगे जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा. हम तभी उत्सव मनाएंगे जब चार लाख कश्मीरी हिंदू अपने घरों को सम्मानपूर्वक लौट जाएंगे. हम तभी उत्सव मनाएंगे जब धरती पर गो हत्या नहीं होगी.’’