नयी दिल्ली : कल शाम बेंगलुरु के चर्च रोड में एक बम विस्फोट हुआ था, जिसमें एक महिला की मौत हो गयी और तीन लोग घायल हो गये. हमले के बाद सुरक्षा के इंतजाम में और सख्ती बरती जा रही है. पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है. कर्नाटक के गृह मंत्री ने इस हमले को आतंकी हमला करार देते हुए लोगों को संदेश दिया कि घबराने की जरूरत नहीं है. हमने इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी है. हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि लोगों को घबराने या डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है.
लोगों से अपील है, अगर उन्हें कोई संदेह पैदा करने वाली चीज नजर आती है तो पुलिस को सूचित करें. कमिश्नर ऑफ पुलिस संदीप पाटिल ने कहा, इस घटना के हर पहलुओं की जांच की जा रही है सीसीटीवी फुटेज की भी खंगाला जा रहा है इलाके की जांच फॉरेंसिक टीम कर रही है. इस तरह के सामान्य धमाकों की घटना दूसरे राज्यों में भी हुई है. इसी सिलसिले मेंपुणे, चेन्नई जैसे शहरों में भी हमारी टीम भेजी गयी है जो वहां हुए धमाकों की जांच में मिली सूचना इकठ्ठा करेगी ताकि बेंगलुरु में हुए धमाके की जांच में प्रगति की जा सके.
इस हमले के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और नये साल के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की.
सिद्धारमैया ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, , ‘‘एनआईए और अन्य केंद्रीय एजेंसियां दूसरे राज्यों में है हम उनसे संपर्क रखेंगे और तमाम आवश्यक सहायता चाहेंगे, लेकिन जांच उनके साथ समन्वय करते हुए हमारी पुलिस करेगी.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिनियम लाया जाएगा जिसके तहत सिनेमा हॉल, होटल, मॉल जैसी सैकडों लोगों के आवागमन से रुबरु होने वाली जगहों के मालिकान के लिए सीसीटीवी लगाना अनिवार्य हो जाएगा.
सिद्धारमैया ने कहा कि आंध्र प्रदेश में लोक सुरक्षा प्रवर्तन अधिनियम है. ‘‘हमारी पुलिस ने उस अधिनियम का अध्ययन किया है और हमारे राज्य में भी इस तरह के अधिनियम को लागू करने के लिए एक मसौदा तैयार किया है. हमने लोक सुरक्षा प्रवर्तन अधिनियम पेश करने का फैसला किया है.’’ उन्होंने कहा कि एक बार अधिनियम लागू हो जाने पर इस तरह की सभी सार्वजनिक जगहों पर सुरक्षा प्रदान की जा सकती है. सीसीटीवी लगाये जाएंगे और जन भागीदारी भी बढेगी.
सिद्धारमैया ने कहा कि पिछली रात के विस्फोट की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) के नेतृत्व में एक विशेष दल बनाया गया है जिसमें तमिलनाडु की एक महिला की मौत हो गई और उसका एक संबंधी एवं दो अन्य घायल हो गए. मुख्यमंत्री ने कहा कि बम रेस्त्रां की चहारदीवारी से लगे ऐसी जगह लगाया गया था जहां पोधे उगाए जाते हैं. ‘‘ऐसा लगता है कि जब अंधेरा हो गया तब बम लगाया गया होगा.’’उन्होंने कहा कि तीनों घायल खतरे से ‘‘पूरी तरह’’ बाहर हैं.
सिद्धारमैया ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उनसे घटना की जानकारी ली और सभी ‘‘संभव सहायता’’ का वादा किया. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम उनके साथ लगातार संपर्क में हैं. आईबी दल आया, वे सूचना जमा कर रहे हैं.’’
सिद्धारमैयाने कहा कि उच्च स्तरीय बैठक में राज्य के गृहमंत्री केजे जार्ज और शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया और उसमें सुरक्षा उपाय बढाने का फैसला किया गया. मुंख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने उन तमाम जगहों पर सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए जहां लोग बडी संख्या में जमा होते हैं और राज्य सचिवालय, विधान सौध के पांच किलोमीटर के दायरे की तमाम संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा कडी करने के निर्देश दिए हैं.’’
उन्होंने कहा कि खुफियागिरी मजबूत करने की मंशा से ‘‘हम खुफियागिरी के लिए एक अलग काडर सृजित करने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि हम उसे पेशेवर बनाना चाहते हैं.’’सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘सो, हम ने एक अलग काडर सृजित करेंगे और उन्हें उपकरण एवं समय समय पर उचित प्रशिक्षण प्रदान करेंगे.’’
साइबर सुरक्षा के मोर्चे पर उन्होंने कहा, ‘‘हम तकरीबन 40 इंजीनियर भर्ती करेंगे क्योंकि हमें तकनीकी सहायता की दरकार है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के विस्फोटों के आलोक में और साथ ही हाल में कथित आईएस समर्थक ट्विटर एकाउंट संचालक मेंहदी मसरुर बिस्वास की गिरफ्तारी के बाद शहर में सुरक्षा कडी कर दी गई थी. ‘‘हमने केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क कायम रखा.’’ नगर पुलिस आयुक्त एमएन रेड्डी ने कहा, ‘‘हमें जो सीसीटीवी फुटेज मिली वह बहुत सीमित है.. हमारे दल इसका अध्ययन कर रहे हैं, मुझे उसमें उपलब्ध सुरागों की जानकारी नहीं है. इसमें कुछ समय लग सकता है.’’
उन्होंने मध्य प्रदेश की जेल से भागे सिमी माड्यूल की संलिप्तता और उनके कर्नाटक का दौरा करने की रिपोटरें पर कहा, ‘‘हम इसपर भी गौर कर रहे हैं.’’ रेड्डी ने कहा कि किसी भी संगठन ने विस्फोट की जिम्मेदारी स्वीकार नहीं की है. उन्होंने कहा, ‘‘यह विभिन्न संगठनों या व्यक्ति का किया हो सकता है. अनेक पहलू हैं. हम उनमें से सभी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं.’’
पुलिस आयुक्त से जब इस विस्फोट का बिस्वास से कोई लेना देना होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई सीधा जवाब नहीं दिया और कहा, ‘‘मेहदी एक आईएसआईएस प्रचारक है. आईएसएस विदेशी भूमि पर है और हमारे देश या राज्य में उसकी जडों की कोई सूचना नहीं है, लेकिन ऐसा भी कोई नियम नहीं है कि वे किसी एक समूह के साथ संबंध रख कर इस तरह का कृत्य करें, वे व्यक्तिगत रुप से भी कर सकते हैं. हम सभी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं.’’
रेड्डी ने कहा, ‘‘अलुमा, सिमी और कई अन्य ऐसे ही संगठनों की संलिप्तता के संबंध में हम सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं.’’उन्होंने कहा कि शहर में हालात ‘‘पूरी तरह’’ काबू में है. पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘नववर्ष का जश्न एक बजे रात तक सीमित रहेगा और ब्रिगेड रोड एवं एमजी रोड इलाकों में जो सामान्य रुप से बडा जमावडा होता है, वे भी सीमित होंगे.’’
इस बीच, जब सिद्दरमैया से भाजपा नेताओं की इस आलोचना के बारे में पूछा गया कि आतंकवाद पर कांग्रेस नरम है तो उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा राजनीतिक रुख दे रही है, हमारी सरकार आतंकवाद पर नरम नहीं है.. यह राजनीति से प्रेरित बयान है.’’ उन्होंने खुफियागीरी की किसी विफलता से भी इनकार किया और कहा कि ‘‘हमने सभी उपाय किए थे, इसके बावजूद यह हुआ.’’
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली. गृह राज्य मंत्रीकिरण रिजिजू ने कहा, इस तरह के हमले की जांच एनआईए पहले से कर रही है इसे दूसरे राज्यों के धमाकों से भी जोड़ कर देखा जा रहा है.