येदियुरप्पा का कांग्रेस पर हमला,भाजपा से तालमेल
बेंगलूर : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भाजपा से असंतुष्ट होकर राज्य में पार्टी की सरकार को सत्ता से बेदखल करने में पूरी ताकत लगा दी थी लेकिन अब वह अपनी पूर्व पार्टी के नजदीक आते दिखाई दे रहे हैं और सत्तारुढ़ कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं. राज्य विधानसभा में आज […]
बेंगलूर : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भाजपा से असंतुष्ट होकर राज्य में पार्टी की सरकार को सत्ता से बेदखल करने में पूरी ताकत लगा दी थी लेकिन अब वह अपनी पूर्व पार्टी के नजदीक आते दिखाई दे रहे हैं और सत्तारुढ़ कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं. राज्य विधानसभा में आज येदियुरप्पा और भाजपा के विधायकों के बीच तालमेल दिखाई दिया.
भाजपा से अलग होकर पिछले साल अपनी खुद की पार्टी ‘कर्नाटक जनता पक्ष’ का गठन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री ने सदन में कहा, ‘‘हमने गल्ती की. हमारी गल्तियों की वजह से राज्य की जनता ने कांग्रेस की सरकार को चुना जबकि लोग ऐसा नहीं चाहते थे. हमने सबक सीख लिया है. लोकसभा चुनावों में हम आपको 7-8 सीटों तक सीमित कर देंगे और सत्तापक्ष में बैठने के लिए योजना तथा कार्यक्रम बनाएंगे. कृपया धैर्य रखिए.’’वह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि राज्य की जनता कैसे भूल सकती है कि भाजपा ने सत्ता में रहते हुए क्या किया था.
येदियुरप्पा के बयान भाजपा से उनकी नजदीकी बढ़ने की ओर इशारा करते हैं. बाद में विधानसभा में जब पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार बजट पर चर्चा के दौरान अपनी बात रख रहे थे तो सत्ता पक्ष में अधिकतर सीटें खाली होने और अधिकारियों की दीर्घा भी खाली होने पर येदियुरप्पा ने निराशा प्रकट की और कांग्रेस पर कार्यवाही में दिलचस्पी नहीं लेने का आरोप लगाया. इस तरह उन्होंने सदन से वाकआउट कर दिया. भाजपा सदस्य भी इस विरोध प्रदर्शन में उनके साथ शामिल हो लिये.येदियुरप्पा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रवक्ता और विधायक सी टी रवि ने कहा, ‘‘हम बुरे समय में अलग हुए. अच्छे वक्त में फिर से एक होने में क्या बुराई है?’’ उन्होंने येदियुरप्पा के बयान का स्वागत करते हुए कहा कि इससे कांग्रेस नीत संप्रग के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चे की जरुरत की ओर इशारा किया गया है.
भाजपा नेताओं का एक वर्ग येदियुरप्पा को पार्टी में फिर से लाने की जोरदार वकालत कर रहा है. इस बीच यह भी अटकलें हैं कि भाजपा से ही अलग होकर बीएसआर कांग्रेस बनाने वाले पूर्व मंत्री बी श्रीरामूलू भी भाजपा में विलय चाह रहे हैं.