22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के साथ मिलकर पीडीपी कर रही है महागंठबंधन पर विचार

श्रीनगर : पीडीपी ने जम्मू कश्मीर में नयी सरकार के गठन के लिए अपनी धुर विरोधी नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के साथ ‘महागठबंधन’ बनाकर सरकार गठन का विचार पेश किया है जिसके बाद सत्ता की दावेदारी की कवायद में नया मोड आ गया है. 87 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 28 सदस्यों वाली पीडीपी के भाजपा […]

श्रीनगर : पीडीपी ने जम्मू कश्मीर में नयी सरकार के गठन के लिए अपनी धुर विरोधी नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के साथ ‘महागठबंधन’ बनाकर सरकार गठन का विचार पेश किया है जिसके बाद सत्ता की दावेदारी की कवायद में नया मोड आ गया है. 87 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 28 सदस्यों वाली पीडीपी के भाजपा के साथ गलबहियां डालने की रिपोर्टों के बीच, 25 सदस्यों वाली इस पार्टी ने पहली बार नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में मुंह खोला है.

ये दोनों ही पार्टियां पीडीपी को समर्थन की पेशकश कर चुकी हैं. उधर, मुस्लिम बहुल राज्य में पहली बार सत्ता में आने के प्रयास कर रही भाजपा ने पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस के साथ वार्ता की थी. पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता नईम अख्तर के पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के बीच महागठबंधन को भी एक विकल्प बताने संबंधी बयान के बाद ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि क्या यह भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति तो नहीं है जिसके लिए पीडीपी ने कडी शर्तें लगा दी हैं.

इन शर्तों में राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को बनाए रखना भी शामिल है. इस बीच, चुनाव में भाजपा की प्रचार समिति के अध्यक्ष रहे विधायक निर्मल सिंह ने नयी दिल्ली में आज रात कहा कि उनकी पार्टी अन्य दलों से बातचीत कर रही है और ‘सभी विकल्प खुले हैं.’ इस बीच, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर में सरकार गठन के मुद्दे पर बुधवार को प्रदेश के राज्यपाल एन एन वोहरा से मुलाकात करेंगी.

एक सरकारी प्रवक्ता ने आज बताया, ‘सांसद तथा जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोके्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की राज्यपाल के साथ बैठक जम्मू में राज भवन में बुधवार को होगी.’ वोहरा ने राज्य में सरकार गठन के मसले पर विचार विमर्श के लिए शुक्रवार को महबूबा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर शर्मा को अलग अलग वार्ता के लिए बुलाया था.

राज्य में अगली सरकार के गठन के लिए पार्टी के भीतर विचार विमर्श में जुटी पीडीपी ने अपने नवनिर्वाचित विधायकों को ऐसी किसी संभावना पर जानकारी जुटाने के लिए अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाने को कहा है. पार्टी विधायकों के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक चर्चा की समाप्ति पर पीडीपी के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने उनसे कहा कि वे भाजपा के साथ अगली सरकार बनाने की संभावनाओं पर जनता का मूड जानने के लिए अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाएं.

पीडीपी सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि महबूबा मुफ्ती के राज्यपाल से मिलने से पूर्व पीडीपी संरक्षक पार्टी के भीतर एक आम सहमति बनाना चाहते हैं. राज्य में नयी सरकार के गठन के लिए पीडीपी को आकर्षित करने में जुटी भाजपा के लिए पीडीपी ने शनिवार को कडी शर्ते पेश करते हुए ऐलान किया था कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने के खिलाफ उसके रुख से कोई समझौता नहीं होगा.

इसी सारी कवायद के बीच नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला और कार्यवाहक अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आज पार्टी नेताओं को फरमान जारी कर उनसे चुनाव बाद के परिदृश्य समेत नीतिगत मुद्दों पर मीडिया से बातचीत में परहेज करने को कहा.

पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘फारुक और उमर ने नेशनल कांफ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर, जम्मू और कश्मीर क्रमश: प्रांतीय अध्यक्षों देवेन्द्र सिंह राना तथा नासिर असलम वानी एवं प्रवक्ता जुनैद आजिम मट्टू को पार्टी की ओर से नीतिगत मुद्दों पर पार्टी का रुख रखने के लिए अधिकृत किया गया है जिनमें चुनाव बाद का परिदृश्य और पार्टी का रुख भी शामिल है.’

इसमें कहा गया है कि अन्य पार्टी नेताओं द्वारा दिए जाने वाले बयानों को उनके निजी विचार के तौर पर लिया जाए. नेशनल कांफ्रेंस ने कहा है कि पार्टी महासचिव इन पदाधिकारियों के बीच संवाद में समन्वय करेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें