पाक ने नागरिक पर हमले का मुद्दा भारत के समक्ष उठाया
नयी दिल्लीः पाकिस्तान ने जम्मू की जेल में बंद अपने एक नागरिक पर हमले की घटना को आज भारत के समक्ष उठाया और तत्काल कैदी को राजनयिक संपर्क मुहैया कराने की मांग की. यहां उच्चायोग में प्रेस अतासी ने कहा, ‘‘ पाकिस्तानी उच्चायोग ने गंभीर चिंता जाहिर की है. जम्मू की कोट भलवाल जेल में […]
नयी दिल्लीः पाकिस्तान ने जम्मू की जेल में बंद अपने एक नागरिक पर हमले की घटना को आज भारत के समक्ष उठाया और तत्काल कैदी को राजनयिक संपर्क मुहैया कराने की मांग की.
यहां उच्चायोग में प्रेस अतासी ने कहा, ‘‘ पाकिस्तानी उच्चायोग ने गंभीर चिंता जाहिर की है. जम्मू की कोट भलवाल जेल में पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह पर हमले को विदेश मंत्रलय के समक्ष उठाया गया है.’’ उन्होंने बताया कि तत्काल राजनयिक संपर्क मुहैया कराने के अलावा उच्चायोग ने घटना का विस्तृत ब्यौरा भी मांगा है. इसके साथ ही पीड़ित को चिकित्सा सुविधा तथा अन्य पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा की भी मांग की गयी है.
गौरतलब है कि भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की पाकिस्तान के लाहौर में कोट लखपत जेल में हुए जानलेवा हमले के बाद मौत हेाने के एक दिन बाद यह घटना हुई है. पिछले सप्ताह 49 वर्षीय सरबजीत सिंह पर कम से कम छह साथी कैदियों ने प्राणघातक हमला किया था. उनके सिर पर ईंटों से वार किए गए थे जिससे उन्हें गंभीर चोटें आयी थीं. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 1990 में हुए कई बम विस्फोटों में कथित संलिप्तता के लिए सरबजीत को मौत की सजा सुनायी गयी थी और वह पाकिस्तानी जेलों में करीब 22 साल का समय बीता चुके थे. सरबजीत का परिवार बार बार कहता आया है कि वह गलत पहचान का शिकार हुए. इस बीच लाहौर जेल में हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से अपनी अपनी जेलों में बंद करीब 220 पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा है.