”पीके” का विरोध तालिबानी मानसिकता का प्रतीक : दिग्विजय
भोपाल : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल द्वारा फिल्म पीके के खिलाफ प्रदर्शन और तोड़फोड़ की निंदा करते हुए इसे तालिबानी मानसिकता का प्रतीक बताया है. सिंह ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि इस फिल्म को फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई […]
भोपाल : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल द्वारा फिल्म पीके के खिलाफ प्रदर्शन और तोड़फोड़ की निंदा करते हुए इसे तालिबानी मानसिकता का प्रतीक बताया है.
सिंह ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि इस फिल्म को फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है, जो सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधीन एक वैधानिक संस्था है.
उन्होंने कहा कि इसके अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति भारत सरकार द्वारा ही की जाती है. सिंह ने कहा कि फिल्म को लेकर बजरंग दल और अन्य कट्टरपंथी संगठनों द्वारा की जा रही तोड़फोड़ की कार्रवाई उनकी तालीबानी मानसिकता को ही प्रकट करती है, जो फिल्मों सहित ‘यत्र तत्र सर्वत्र’ वही देखना चाहते हैं, जो उनके चश्मों के अनुकूल हो.
सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा हुड़दंगियों पर कोई कार्रवाई नहीं करना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इस विषय पर मूकदर्शक बने रहना यह दर्शाता है कि भाजपा सरकार अभिव्यक्ति की स्वतत्रंता को लेकर गंभीर नहीं है.